Edited By Ramanjot, Updated: 09 Sep, 2021 09:27 AM
नीतीश कुमार ने बुधवार को यहां ‘संवाद'' में राज्य में बाढ़ आपदा एवं अल्पवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ के कारण जहां किसानों द्वारा फसल नहीं लगाई जा सकी, उसे फसल क्षति मानते हुए उन सभी किसानों को...
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में किसानों के बाढ़ के कारण फसल नहीं लगा पाने को भी क्षति माना और अधिकारियों को तीन से चार दिन में फसल नुकसान का पूर्ण आंकलन कराने का निर्देश दिया।
नीतीश कुमार ने बुधवार को यहां ‘संवाद' में राज्य में बाढ़ आपदा एवं अल्पवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ के कारण जहां किसानों द्वारा फसल नहीं लगाई जा सकी, उसे फसल क्षति मानते हुए उन सभी किसानों को उचित सहायता उपलब्ध कराएं। साथ ही किसानों की फसल क्षति का भी आंकलन कर उन्हें सहायता उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग एवं सभी जिलों के जिलाधिकारी बाढ़ के कारण हुई क्षति का पंचायतवार सही तरीके से आंकलन करें ताकि उसके आधार पर सभी प्रभावितों की मदद की जा सके। कोई भी बाढ़ आपदा पीड़ित सहायता से वंचित नहीं रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन से चार दिनों में बाढ़ से हुई क्षति का पूर्ण आंकलन कर लें। इसके बाद जिलों के प्रभारी मंत्री संबंधित जिलों में जाकर जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर इसे अंतिम रुप दें। उन्होंने कहा कि पश एवं मत्स्य संसाधन विभाग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशु क्षति का भी ठीक से आंकलन कराए और पशुपालकों की सहायता करें।