Edited By Ramanjot, Updated: 15 Dec, 2020 12:42 PM
बिहार महागठबंधन में अक्सर कई मुद्दों को लेकर दरार दिखाई देती है। महागठबंधन के घटक दल ही एक-दूसरे पर सवाल उठाने लगते हैं। कई ऐसे मौके आए हैं जब यह देखा गया कि महागठबंधन के सभी घटक दल एकजुट नहीं हैं।
पटनाः बिहार महागठबंधन में अक्सर कई मुद्दों को लेकर दरार दिखाई देती है। महागठबंधन के घटक दल ही एक-दूसरे पर सवाल उठाने लगते हैं। कई ऐसे मौके आए हैं जब यह देखा गया कि महागठबंधन के सभी घटक दल एकजुट नहीं हैं। ताजा मुद्दा किसान आंदोलन के समर्थन का है, जिसे लेकर महागठबंधन की सहयोगी कांग्रेस पार्टी ने राजद और तेजस्वी यादव का घेराव किया है।
दरअसल, कांग्रेस पार्टी के कदवा विधानसभा के विधायक शकील अहमद खान ने इशारों ही इशारों में तेजस्वी यादव पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों के नाम पर जो आंदोलन हो रहा है, वह अभी तक सिर्फ दिखावे जैसा ही है। इसमें हमें हकीकत में नजर आना चाहिए, तकनीक के सहारे उपस्थिति नहीं चलने वाली है। यदि महागठबंधन के नेता सही मायनों में आंदोलन करना चाहते हैं, तो बैठकर एक ठोस रणनीति बनानी होगी और सभी बड़े नेताओं को फिजिकली इस आंदोलन का हिस्सा बनना होगा। यह वक्त दिखावे का नहीं है।
वहीं दूसरी ओर राजद ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पलटवार किया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि राजद का आरोप बेबुनियाद है। किसानों की लड़ाई में राजद मजबूती से खड़ा है। उन्होंने कहा कि यह कोई जरूरी नहीं कि हर कार्यक्रम में तेजस्वी यादव मौजूद हों। तेजस्वी दिल्ली में रहकर भी आंदोलन को मजबूती प्रदान कर रहे हैं, ये किसी को दिखाई नहीं देता।