Edited By Swati Sharma, Updated: 25 Dec, 2025 04:19 PM

BJP Leader Murder Case: बिहार के समस्तीपुर जिले में एक भाजपा सदस्य की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं, इस हत्याकांड को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। आरजेडी ने कहा है कि प्रदेश में आम जनता भगवान भरोसे ही है। हालांकि, भाजपा ने इसे...
BJP Leader Murder Case: बिहार के समस्तीपुर जिले में एक भाजपा सदस्य की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं, इस हत्याकांड को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। आरजेडी ने कहा है कि प्रदेश में आम जनता भगवान भरोसे ही है। हालांकि, भाजपा ने इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश करार दिया है।
आम जनता भगवान भरोसे जीने को मजबूर- RJD
भाजपा नेता की हत्या के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mrityunjay Tiwari) ने कहा, ‘‘बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है और आम जनता भगवान भरोसे जीने को मजबूर है।'' दूसरी ओर, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश बताया है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बुधवार को कहा था कि अपराध को कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सार्वजनिक मंच से अपने संबोधन में मंत्री ने कहा था कि उनका काम “कचरा साफ करना” है और वह यह काम कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया था कि कई अपराधी बिहार छोड़कर भाग चुके हैं और जो बचे हैं, उन्हें तीन महीने के भीतर राज्य से बाहर कर दिया जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई में किसी तरह की लापरवाही नहीं हुई- भाजपा
सम्राट के बयान के कुछ ही घंटे बाद भाजपा नेता रूपक सहनी की हत्या हो गई, जिससे विपक्ष मंत्री के दावे पर सवाल उठा रहा है। मृत्युंजय तिवारी ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘जब सरकार अपने ही दल के नेताओं को सुरक्षा नहीं दे पा रही है, तो आम लोगों की सुरक्षा की गारंटी कैसे दी जा सकती है।'' राजद ने इस घटना को सरकार की विफलता का प्रतीक बताते हुए जवाबदेही तय करने की मांग की। इस बीच, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रियरंजन पटेल ने सहनी की हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस की कार्रवाई में किसी तरह की लापरवाही नहीं हुई है और कानून अपना काम कर रहा है। भाजपा का कहना है कि विपक्ष को ऐसी घटनाओं पर राजनीति करने के बजाय जांच पूरी होने का इंतजार करना चाहिए।