Edited By Ramanjot, Updated: 16 Jan, 2023 11:13 AM

दरभंगा मेडिकल कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. भरत प्रसाद, सचिव डॉक्टर रमन वर्मा, आईएमए के अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार एवं दरभंगा मेडिकल कॉलेज टीचर्स एवं रिसर्च एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉक्टर उमेशचंद्र झा ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में...
दरभंगाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का निर्माण दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) परिसर में नहीं होने की घोषणा का मेडिकल कॉलेज के पूर्ववर्ती एवं वर्तमान छात्रों एवं पदस्थापित चिकित्सकों एवं कर्मियों ने स्वागत किया है।
दरभंगा मेडिकल कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. भरत प्रसाद, सचिव डॉक्टर रमन वर्मा, आईएमए के अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार एवं दरभंगा मेडिकल कॉलेज टीचर्स एवं रिसर्च एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉक्टर उमेशचंद्र झा ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा है कि परिसर से एम्स को एक नए और बड़े स्थान पर स्थानांतरित करने का निर्णय लेकर बिहार सरकार ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज के एल्यूमिनी और डॉक्टरों का मान रख लिया है। दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के लिए एक मास्टर प्लान की घोषणा कर इसे विकसित होने का मार्ग प्रशस्त किया है।
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार ने कहा कि दरभंगा में एम्स निर्माण के निर्णय की तहे दिल से प्रशंसा करते हैं। लेकिन इस अस्पताल की स्मिता बचाने की चिंता है, यहां के विद्यार्थियों के पठन-पाठन की चिंता है। जमीन स्तर पर देखें तो एम्स को 200.01 एकड़ जमीन देने के बाद 12 से 18 एकड़ मात्र जमीन बच जाती है। इससे डीएमसी की रिकॉग्निशन भी खतरे में रहेगी। सरकार ने एक अच्छा निर्णय लेकर डीएमसी की गरिमा को बरकरार रखा है।