शिक्षकेत्तर कर्मियों के आवेदनों को लटकाने पर शिक्षा विभाग ने जताई नाराजगी, कहा- सिर्फ BEO कार्यालय में होंगे स्वीकृत

Edited By Nitika, Updated: 23 Jul, 2024 02:49 PM

education department expressed displeasure over delay in applications

बिहार शिक्षा विभाग ने पत्र के माध्यम से नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मियों से प्राप्त आवेदनों को पंजीकृत करते हुए उक्त आवेदनों पर प्राप्ति के क्रमानुसार कार्रवाई करने एवं कृत कार्रवाई का विवरण पंजीकरण नहीं होता है।

 

पटनाः बिहार शिक्षा विभाग ने पत्र के माध्यम से नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मियों से प्राप्त आवेदनों को पंजीकृत करते हुए उक्त आवेदनों पर प्राप्ति के क्रमानुसार कार्रवाई करने एवं कृत कार्रवाई का विवरण पंजीकरण नहीं होता है। विशेषकर मातृत्व अवकाश, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, बकाया वेतन भुगतान एवं सेवांत लाभ के भुगतान जैसे वित्तीय मामलों से संबंधित आवेदनों को लंबे समय तक अन्यान्य कारणों/गलत मंशा से लटका कर रखा जाता है।

बिहार में शिक्षा विभाग के अपर सचिव सह निदेशक संजय कुमार ने सभी क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, डीइओ और डीपीओ को आदेश दिया है। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि अनुचित अपेक्षाओं की पूर्ति के उपरांत अचानक संदेहास्पद रूप से एक ही दिन में आवेदन का उपस्थापन उनकी स्वीकृति एवं उसी दिन भुगतान कर दिए जाने का मामला उच्च स्तर पर विभाग के संज्ञान में आया है। जबकि यह आवेदन उनके पास महीनों से अलमारी में बंद पड़े थे। यह Pick & Choose कर संदेहास्पद कारणों से मामलों को निष्पादित करने का स्पष्ट प्रमाण है।

अपर सचिव सह निदेशक ने कहा है कि निदेशानुसार वर्णित स्थिति में आपको निदेशित किया जाता है कि आप अपने अधीनस्थ सभी शिक्षक/ शिक्षकेत्तर कर्मियों को निर्देशित करें कि वे अपने सेवा/सेवात लाभ से संबंधित सभी प्रकार का आवेदन संगत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में समर्पित करें। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा प्राप्त सभी आवेदनों को क्रमानुसार रजिस्टर में पंजीकृत किया जायेगा।

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