Edited By Ramanjot, Updated: 28 Mar, 2021 10:47 AM
प्रेमचंद्र मिश्रा ने शनिवार को कहा कि विपक्षी विधायकों पर 23 मार्च को जानलेवा हमला तथा पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों तथा अधिकारियों पर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं होना और अनुचित है। इस मामले में सरकार की संलिप्तता को उजागर होती है। उन्होंने कहा कि...
पटनाः बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधान परिषद के सदस्य प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि चार दिन पूर्व विधानसभा में विपक्षी सदस्यों पर हमला और पिटाई करने वाले दोषियों को बचाने से सरकार बाज नहीं आई तो इसे लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
प्रेमचंद्र मिश्रा ने शनिवार को कहा कि विपक्षी विधायकों पर 23 मार्च को जानलेवा हमला तथा पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों तथा अधिकारियों पर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं होना और अनुचित है। इस मामले में सरकार की संलिप्तता को उजागर होती है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मामले का संज्ञान लेना सार्थक पहल है लेकिन चार दिन गुजर जाने के बाद भी एक भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होना यह दर्शाता है कि सरकार ऐसे लोगों को बचाने में लगी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जो कुछ भी हुआ वह एक आपराधिक कृत्य है, जिसकी अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। वीडियो फुटेज प्रमाणित करता है कि जालियांवाला बाग जैसी घटना की पुनरावृत्ति की गई, जहां निहत्थे विधायकों को पीटा गया और अमानवीय तरीके से हमला किया गया।
मिश्रा ने कहा कि हमला और पिटाई करने वालों की पहचान कर ली गई है, जिसमें राजधानी के अलग-अलग थानों के पुलिसकर्मी सामान्य प्रशासन के अधिकारी और सादे लिबास में कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से अपराध किया है। इस कृत्य में शामिल लोगों की बर्खास्तगी और उन सभी पर अगले 48 घंटे में यदि सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है तो मामले को न्यायालय में ले जाया जाएगा। कांग्रेस नेता ने सभी विपक्षी दलों से आग्रह किया कि होली के बाद पटना समेत राज्य के न्यायालयों का दरवाजा खटखटाया जाए और जब तक दोषियों को सजा नहीं मिल जाती तब तक संघर्ष जारी रखा जाए।