Edited By Ramanjot, Updated: 04 Apr, 2022 03:05 PM
मंगल पांडेय ने रविवार को बताया कि राज्य में एईएस की संभावना के मद्देनजर इसकी रोकथाम एवं उचित इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग पहले से अलर्ट है। बीमारी के खतरे की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्यकर्मियों और चिकित्सकों को विशेषज्ञों द्वारा उचित मार्गदर्शन...
पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य में एक्यूट इंसेफ्लायटिस सिंड्रोम (एईएस) की संभावना के मद्देनजर इसकी रोकथाम एवं उचित इलाज को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
मंगल पांडेय ने रविवार को बताया कि राज्य में एईएस की संभावना के मद्देनजर इसकी रोकथाम एवं उचित इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग पहले से अलर्ट है। बीमारी के खतरे की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्यकर्मियों और चिकित्सकों को विशेषज्ञों द्वारा उचित मार्गदर्शन दिया जा रहा है। राज्य के सभी जिलों में बीमारी से पूर्व स्वास्थ्य महकमा अपनी तैयारियों में लगा है। साथ ही सभी अस्पतालों में विभाग जरूरी संसाधनों की व्यवस्था कर रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हर साल गर्मी के मौसम में कई बच्चे एईएस की चपेट में आ जाते हैं। इसे देखते हुए विभाग ने 14 एवं 15 मार्च 2022 को इसके नियंत्रण को लेकर चिकित्सा पदाधिकारियों एवं पैरामेडिकल स्टाफ का एक प्रशिक्षण पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (पीएमसीएच) के शिशु रोग विभाग में आयोजित किया। उन्होंने बताया कि इन चिकित्सकों को बीमारी से लड़ने के प्रति दक्ष बनाया गया।