Edited By Ramanjot, Updated: 09 Oct, 2020 04:41 PM
निशानेबाजी रेंज से राजनीति के मैदान में उतरी राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता श्रेयसी सिंह बिहार के लोगों का आजीविका के लिए पलायन रोकने और उनका प्रदेश में भरोसा बहाल करने का लक्ष्य लेकर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी हैं।
नई दिल्ली/पटनाः निशानेबाजी रेंज से राजनीति के मैदान में उतरी राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता श्रेयसी सिंह बिहार के लोगों का आजीविका के लिए पलायन रोकने और उनका प्रदेश में भरोसा बहाल करने का लक्ष्य लेकर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी हैं।
एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता 29 वर्ष की श्रेयसी को भाजपा ने जमुई विधानसभा से टिकट दिया है। श्रेयसी ने कहा,‘‘बिहारी बिहार छोड़कर क्यों जाए और दूसरी जगह दूसरे दर्जे के नागरिक की तरह क्यों रहे। यह सही नहीं है।'' उन्होंने कहा,‘‘जब आप राजनीति की बात करते हैं तो विकास की बात होनी चाहिए। सिर्फ मूलभूत ढांचा ही नहीं बल्कि बहुआयामी विकास।'' उन्होंने कहा,‘‘हम बिहार में नौकरी के मौके क्यों नहीं पैदा करते ताकि हमारे लोग अपने परिवार के साथ यहीं गरिमामय जीवन जी सकें।''
श्रेयसी ने कहा कि वह बिहार में प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर अभियान का चेहरा बनना चाहती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वह प्रदेश में रोजगार के अवसर मुहैया कराने में मदद कर सकेंगी। ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल 2014 में रजत पदक जीतने वाली इस निशानेबाज ने कहा कि उनका हमेशा से राजनीति के प्रति झुकाव रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं 2009 से अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार करती आई हूं। फिर 2010, 2014 और 2019 में अपनी मां के लिए चुनाव प्रचार किया।'' उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों ने जिस तरह सोशल मीडिया पर उनके साथ अपनी समस्याएं साझा की, इसने उन्हें राजनीति में उतरने के लिए प्रेरित किया।
हालांकि श्रेयसी ने यह भी कहा कि समय मिलने पर वह निशानेबाजी भी जारी रखेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं निशानेबाजी जारी रखूंगी। यही वजह है कि मैंने लोकसभा की बजाय विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। विधानसभा क्षेत्र लोकसभा की तुलना में छोटा होता है। खेल और संस्कृति मेरी प्राथमिकता रहेगी। प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और मेरा काम उन्हें मंच प्रदान करना होगा।