Edited By Ramanjot, Updated: 22 Apr, 2021 05:28 PM

बिहार में जहां एक तरफ कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ यहां के मुजफ्फरपुर जिले में ऑक्सीजन की कमी से सिस्टम की सांस फूलने लगी हैं। अपने मरीजों की जान बचाने के लिए हर जरूरतमंद ऑक्सीजन की खोज में भटक रहा है। एक अस्पताल को...
मुजफ्फरपुरः बिहार में जहां एक तरफ कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ यहां के मुजफ्फरपुर जिले में ऑक्सीजन की कमी से सिस्टम की सांस फूलने लगी हैं। अपने मरीजों की जान बचाने के लिए हर जरूरतमंद ऑक्सीजन की खोज में भटक रहा है। एक अस्पताल को ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है तबतक दूसरे अस्पताल से डिमांड आ जाती है।
स्थिति ऐसी बन रही है कि संक्रमितों को ऑक्सीजन की जरूरत पूरी करते करते व्यवस्था का 'ऑक्सीजन लेवल' ही घटने लगा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की खपत एक सप्ताह में तीन गुना बढ़ गई है, जबकि बेला स्थित एसबीजी प्लांट से पूरी क्षमता लगाने के बाद भी आपूर्ति जरूरत के अनुसार नहीं हो पा रही है। वहीं ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। शिवशक्ति गैस एजेंसी के संचालक चंद्र मोहन ने बताया कि दस दिनों से ऑक्सीजन कि आपूर्ति बंद है। वही कुछ गैस एजेंसी संचालक पिछले दरवाजे से ऑक्सीजन कि कालाबाजारी कर रहे हैं।
वहीं एसबीजी प्लांट के मैनेजर मिथुन ने बताया कि 500 से 550 सिलेंडर प्रतिदिन रिफिलिंग किया जा रहा है। स्थिति इस तरह हो गई है कि बाजार में एक ऑक्सीजन सिलेंडर जो 600 रुपए में उपलब्ध होता था, अब उसकी मनमानी कीमत वसूली जा रही है। 600 वाला ऑक्सीजन सिलेंडर अब एक हजार से 12 सौ रुपए में लोगों को मिल पा रहा है।