Edited By Ramanjot, Updated: 11 Jun, 2024 05:37 PM
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प्रशांत किशोर ने कहा कि इन लोगों को ये नहीं पता है कि वो दल कौन होना चाहिए, लेकिन उन्हें यह पता है कि वर्तमान में जो दल हैं उससे बिहार सुधरने वाला नहीं है। सभी मौजूदा राजनीतिक दलों ने बिहार को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है। नए राजनीतिक विकल्प की...
पटना: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने आज बताया कि अगले छह महीने में जनसुराज बिहार के एक करोड़ लोगों को संस्थापक सदस्य बनाएगा। किशोर ने मंगलवार को संगठन के पदाधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में बताया कि एक सर्वे के अनुसार, बिहार के 50 से 55 प्रतिशत लोग मौजूदा राजनीतिक दलों की कारगुजारियों से हलकान हैं और नये राजनीतिक विकल्प की तलाश में हैं।
"सभी दलों ने बिहार को बर्बादी के कगार पर पहुंचाया"
प्रशांत किशोर ने कहा कि इन लोगों को ये नहीं पता है कि वो दल कौन होना चाहिए, लेकिन उन्हें यह पता है कि वर्तमान में जो दल हैं उससे बिहार सुधरने वाला नहीं है। सभी मौजूदा राजनीतिक दलों ने बिहार को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है। नए राजनीतिक विकल्प की इच्छा रखने वाले उन 50 फीसदी लोगों को इकट्ठा किया जाने का प्रयास जारी हैं। यदि सभी को जोड़ा जाए तो उनकी संख्या छह करोड़ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बीते 15 महीनों में हर प्रखंड से करीब दो से ढाई हजार लोग जन सुराज से जुड़े हैं।
"बिहार के 1 करोड़ लोगों को संस्थापक सदस्य बनाएगा जनसुराज"
जन सुराज के सूत्रधार ने कहा कि जब हमने पदयात्रा शुरू की तो हमारा लक्ष्य था कि हर प्रखंड से 20 लोगों को चुनकर निकालेंगे तो बिहार में करीब 15 हजार लोग हो जाएंगे। वर्तमान में हर प्रखंड से दो से ढाई हजार लोग हमसे जुड़ चुके हैं। इस चीज को व्यवस्थित करने के लिए हम संस्थापक सदस्य बनाने का अभियान शुरू कर रहे हैं। जो लोग भी संस्थापक सदस्य बनना चाहते हैं वे बन सकते हैं। हमारा मानना है कि अगले छह महीने में करीब एक करोड़ लोगों को संस्थापक सदस्य के रूप में जोड़ा जाएगा।