NRC-CAA को लेकर फिर गरमाई बिहार की सियासत, BJP की सहयोगी पार्टियों ने भी किया विरोध

Edited By Ramanjot, Updated: 06 May, 2022 06:14 PM

politics of bihar heats up again regarding nrc caa

जदयू ने दो टूक में कह दिया है कि बिहार में एनआरसी और सीएए की आवश्यकता नहीं है। मंत्री संजय झा ने कहा है कि हम लोगों का कांसेप्ट पहले ही क्लियर है। उन्होंने कहा कि बिहार को लेकर हम लोगों की पार्टी मुख्यमंत्री ने अपना कांसेप्ट पहले ही क्लियर कर दिया...

पटना (अभिषेक कुमार सिंह): गुरुवार को फिर एक बार एनआरसी और सीएए का जिन खुल गया। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि कोरोना खत्म होते ही देश में सीएए लागू होगा। वहीं गृह मंत्री के इस बयान पर बिहार में भी राजनीति शुरू हो गई है। बिहार में भाजपा की सहयोगी पार्टियों ने ही इसका विरोध शुरू कर दिया है।

बिहार में NRC और CAA की आवश्यकता नहींः जदयू
जदयू ने दो टूक में कह दिया है कि बिहार में एनआरसी और सीएए की आवश्यकता नहीं है। मंत्री संजय झा ने कहा है कि हम लोगों का कांसेप्ट पहले ही क्लियर है। उन्होंने कहा कि बिहार को लेकर हम लोगों की पार्टी मुख्यमंत्री ने अपना कांसेप्ट पहले ही क्लियर कर दिया है। वहीं भाजपा की दूसरी सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी इसका विरोध किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दानिश रिजवान ने कहा है कि सीएए और एनआरसी जन विरोधी कानून है। देश में इस तरह कि कानून की आवश्यकता नहीं है। हमारी पार्टी खुलकर विरोध करती है।

देश का माहौल खराब करना चाह रहे गृहमंत्रीः राजद
आरजेडी ने भी सीएए-एनआरसी को लेकर अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है। आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता विधायक भाई बिरेंद्र ने कहा है कि गृहमंत्री देश का माहौल खराब करना चाह रहे हैं। इसलिए वह बार-बार इस तरह का बयान दे रहे हैं। भाई बिरेंद्र ने कहा कि आरएसएस के एजेंडे पर ही बीजेपी काम करना चाह रही है। लेकिन हम लोग इस एजेंडे को देश में लागू नहीं होने देंगे।

बता दें कि दो साल पहले सीएए और एनआरसी के मुद्दों को लेकर देश में काफी बवाल हुआ था। एक बार फिर गृह मंत्री ने इस मुद्दे को हवा दे दी है अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह कानून किस तरह देश में लागू होती है।

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