Edited By PTI News Agency, Updated: 20 Jun, 2022 03:47 PM
पटना, 20 जून (भाषा) बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगियों भारतीय जनता पाटी और जनता दल (यू) के मध्य जारी वाकयुद्ध के बीच मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने मौजूदा स्थिति का फायदा उठाते हुए सोमवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि वह राज्य...
पटना, 20 जून (भाषा) बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगियों भारतीय जनता पाटी और जनता दल (यू) के मध्य जारी वाकयुद्ध के बीच मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने मौजूदा स्थिति का फायदा उठाते हुए सोमवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि वह राज्य सरकार की नाकामी का ‘‘पूरा दोष’’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर डालने का प्रयास कर रही है।
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भाजपा के मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र "ऑर्गनाइज़र" में प्रकाशित एक आलेख का जिक्र करते हुए यह आरोप लगाया। आलेख में नीतीश कुमार नीत सरकार की तीखी आलोचना की गई है।
भाजपा ने आलेख को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि राज्य में "काफी कुछ किया गया है और काफी कुछ अभी किया जाना बाकी है।" बीच के कुछ समय को छोड़ दें, तो भाजपा 2005 से नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) के साथ सरकार में है।
हालांकि राजद प्रवक्ता तिवारी ने आलेख के उस हिस्से को उद्धृत किया जिसमें ‘सरकार की अक्षमता और अराजकता’’ का जिक्र किया गया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘निस्संदेह बिहार में राजग नाकाम रहा है। लेकिन आलेख से लगता है कि भाजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सारा दोष मढ़ने की कोशिश कर रही है। भाजपा को इस तरह से अपनी जवाबदेही से बचने की अनुमति नहीं दी जा सकती।’’
जद (यू) प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कुशासन के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हर घर में नल से जल, ग्रामीण विद्युतीकरण जैसी राज्य की कई योजनाओं को केंद्र द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया गया।
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि आलेख ने ‘आलोचना से सीखने और आगे बढ़ने का एक मौका प्रदान किया है। बिहार को अभी एक लंबा सफर तय करना है।’’
राजद के एक अन्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि बिहार में 10 भाजपा नेताओं, सांसदों को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करना "यह दर्शाता है कि पार्टी को बिहार और उसके संस्थानों पर भरोसा नहीं है। पार्टी अगले चुनावों में दिल्ली से मतदाताओं को भी लाने की कोशिश करेगी।’’
राज्य में राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि आरएसएस के मुखपत्र का यह आलेख इससे अधिक अहम समय पर नहीं आ सकता था।
राज्य में अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन होने के बीच भाजपा और जद (यू) के मध्य वाकयुद्ध तेज हो गया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपने घर पर हमले में प्रशासन की मिलीभगत होने का आरोप लगाया और कहा कि महत्वपूर्ण गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास है।
इस पर, जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि हिंसा में प्रशासन की मिलीभगत की बात कर जायसवाल ने "अपना मानसिक संतुलन खो दिया है।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।