Edited By Swati Sharma, Updated: 26 Apr, 2023 04:47 PM

वहीं इस बात का खुलासा तब हुआ जब जातीय जनगणना के दौरान नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 रेड लाइट एरिया में जानकारी हासिल करने के लिए कर्मचारी पहुंचे तो इतनी सारी महिलाओं के एक ही पति का नाम सुन अचंभित हो गए। दरअसल, रेड लाइट एरिया में महिलाएं सालों...
अरवलः बिहार के अरवल जिले में जातीय जनगणना किए जाने के उपरांत अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां पर शहरी क्षेत्र के रेड लाइट एरिया वार्ड नंबर 7 में 40 महिलाओं ने एक ही शख्स "रूपचंद" को अपना पति बताया है। इतना ही नहीं कुछ महिलाओं ने रूपचंद को अपना पिता और बेटा भी बताया।

40 औरतों का एक ही पति, नाम "रूपचंद"
वहीं इस बात का खुलासा तब हुआ जब जातीय जनगणना के दौरान नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 रेड लाइट एरिया में जानकारी हासिल करने के लिए कर्मचारी पहुंचे तो इतनी सारी महिलाओं के एक ही पति का नाम सुन अचंभित हो गए। दरअसल, रेड लाइट एरिया में महिलाएं सालों से नाच-गाकर अपना जीवन गुजारती हैं। इस इलाके में की जा रही जातीय जनगणना में 40 औरतों ने बताया कि उनके पति का नाम रूपचंद है और कुछ महिलाओं ने पिता और बेटे के तौर पर भी रूपचंद का नाम लिया। महिलाओं के आधार कार्ड पर भी पति का नाम रूपचंद लिखा हुआ पाया गया। रेड लाइट एरिया से आए इस मामले ने सभी का ध्यान इसपर खींचा कि आखिर 40 औरतों का एक पति कैसे हो सकता है।

आखिर कौन है ये रूपचंद?
बता दें कि रेड लाइट एरिया में कई वर्षों से नाच गान कर अपनी जीविका यापन करने वाले नर्तकियों का कोई ठिकाना नहीं होता है तो इन महिलाओं ने अपने पति का नाम रूपचंद रख लिया। अगर बात की जाए रूपचंद की तो वह कोई आदमी नहीं है, बल्कि रुपया है। यानी की महिलाएं रुपए को ही अपना सब कुछ मानती हैं। ऐसे दर्जनों परिवार हैं, जिन्होंने अपने पति के रूप में रूपचंद को माना है। कर्मचारी जातीय जनगणना अरवल राजीव रंजन राकेश ने बताया कि रेड लाइट एरिया में कई वर्षों से नाच गान कर अपनी जीविका यापन करने वाले नर्तकी रहती हैं, जहां उनका कोई ठिकाना नहीं होता है वैसे में वो रूपचंद को ही अपना पति मानती हैं। ऐसे दर्जनों परिवार हैं, जिन्होंने अपने पति के रूप में रूपचंद को माना है, जिसे आज तक किसी ने नहीं देखा।
