Edited By Nitika, Updated: 30 Jul, 2024 09:24 AM
बिहार में ठगी करने वाले शातिर गिरोह का जाल बहुत फैल चुका है। ये शातिर गिरोह के सदस्य खुद को बड़े अधिकारी बताकर मासूम लोगों को ठगी का शिकार बनाते है। इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो ठगों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को कभी...
मुजफ्फरपुरः बिहार में ठगी करने वाले शातिर गिरोह का जाल बहुत फैल चुका है। ये शातिर गिरोह के सदस्य खुद को बड़े अधिकारी बताकर मासूम लोगों को ठगी का शिकार बनाते है। इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो ठगों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को कभी एसडीएम तो कभी परिवहन विभाग के कर्मी बताकर लोगों को ठगते थे।
पीड़ित द्वारा दर्ज केस के आधार पर की गई कार्रवाई
एएसपी भानु प्रताप सिंह ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो ठगों को गिरफ्तार किया है। दोनों की पहचान वैशाली के रहने वाले सोनू कुमार और सहरसा के रहने वाले रुपेश कुमार के रूप में हुई है। ठगी का शिकार होने वाले पीड़ित के केस के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। इनके द्वारा लाखों रुपए की ठगी की घटना को अंजाम दिया जा चुका है। एएसपी ने बताया कि इसका खुलासा तब हुआ, जब मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र का एक वाहन मालिक इस गिरोह के चुंगल में फंस गया। खुद को परिवहन कर्मी बताते हुए उसके साथ हजारों रुपए की ठगी की। इसके बाद उसने इसकी शिकायत पुलिस से की। फिर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं एएसपी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि ये दोनों मिलकर कई तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। किसी को लाइसेंस की जरूरत हो तो खुद को परिवहन कर्मी बताते थे। साथ ही परिवहन कार्यालय के पास ही घुमा करते थे। इसके अलावा पुलिस की वर्दी पहनकर भी लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। कभी खुद को अधिकारी बताते थे। इनके पास से पुलिस ने एक कार व दो मोबाइल बरामद किया है। इस गिरोह के और भी सदस्यों को तलाशा जा रहा है। एएसपी ने बताया कि इनके खिलाफ एक मामला मोतीपुर में भी दर्ज है।