Edited By Nitika, Updated: 22 Jun, 2024 08:39 AM
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच की दिशा को भटकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि नीट परीक्षा रद्द करने के लिए इंडिया गठबंधन के...
पटनाः बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच की दिशा को भटकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि नीट परीक्षा रद्द करने के लिए इंडिया गठबंधन के सभी घटक एकजुट हैं।
तेजस्वी यादव ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा कि इस वर्ष 05 मई को नीट परीक्षा आयोजित की गई थी लेकिन इसके प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक हो गए और कई अनियमितताएं सामने आईं, जिससे मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की तैयारी कर रहे देश भर के लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया। उन्होंने कहा कि नीट को रद्द करने की मांग हर तरफ से उठ रही है, लेकिन केंद्र सरकार उदासीन दिख रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, 'सरकार पेपर लीक मामले को मेरे पीए प्रीतम से जोड़कर जांच की दिशा को भटकाने की कोशिश कर रही है।' उन्होंने कहा कि अगर पुलिस को कोई संदेह है तो प्रीतम से पूछताछ की जानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर लीक का सरगना अमित आनंद था लेकिन सरकार उसे बचाने की कोशिश कर रही है। यादव ने कहा कि नीट परीक्षा को रद्द करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए इंडिया गठबंधन के सभी घटक दल एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि पेपर लीक के लिए केंद्र और बिहार की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार जिम्मेदार है।
उल्लेखनीय है कि नीट परीक्षा का आयोजन 05 मई को पूरे देश में किया गया था और इसका परिणाम 04 जून को घोषित किया गया। लेकिन, पूरी प्रक्रिया पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं की वजह से प्रभावित हुई। नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय और अन्य उच्च न्यायालयों में मामले भी दायर किए गए।