Edited By Nitika, Updated: 25 Aug, 2021 03:40 PM
राजद और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) के तहत सरकारी संपत्तियों में हिस्सेदारी बेचकर धन जुटाने के केंद्र सरकार के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि आंगन बेचकर घर चलाना कौन सी काबिलियत है।
पटनाः राजद और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) के तहत सरकारी संपत्तियों में हिस्सेदारी बेचकर धन जुटाने के केंद्र सरकार के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि आंगन बेचकर घर चलाना कौन सी काबिलियत है।
तेजस्वी यादव ने बुधवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा, 'केंद्र में बैठे नीम हकीमों ने अच्छी खासी दौड़ रही अर्थव्यवस्था को इतना बीमार कर दिया है कि अब इसका रेंगना भी दूभर हो गया है। अब इसे जिंदा रखने के लिए इसी के अंग काट-काटकर देश की संपत्ति ये झोलाछाप निजी हाथों में बेच रहे हैं। आंगन बेचकर किसी तरह घर चलाना कौन सी काबिलियत है, साहब।'
राजद नेता ने कहा कि भारत एक अत्यंत सामाजिक आर्थिक असमानता वाला देश है। यदि निजी क्षेत्र, जिसका एकमात्र उद्देश्य अधिकाधिक लाभ कमाना होता है, के हाथों में ही सब कुछ बेच दिया जाएगा तो कमजोर वर्गों के हितों की रक्षा कौन करेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, नौकरी, सबकुछ कमजोर वर्गों की पहुंच से बाहर हो जाएगा।
बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) की शुरुआत की है, जिसके तहत विभिन्न क्षेत्रों की सरकारी संपत्तियों में हिस्सेदारी को बेचकर या लीज पर देकर 6 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य है।