Edited By Ramanjot, Updated: 05 Aug, 2022 05:36 PM
भाजपा के रामकृपाल यादव ने शून्यकाल में यह मामला उठाया और कहा कि बिहार में 91 प्रतिशत किसान सूखे से जूझ रहे हैं। उनका कहना था कि 1 जून से 29 जुलाई के बीच बिहार में औसत से बहुत कम बारिश हुई है जिसके कारण किसान पीड़ित और बहुत परेशान है।
नई दिल्ली/पटनाः लोकसभा में शुक्रवार को बिहार के सूखाग्रस्त होने और इससे पीड़ित राज्य के किसानों की स्थिति का मामला उठा और केंद्र सरकार से पूरे बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की गई।
भाजपा के रामकृपाल यादव ने शून्यकाल में यह मामला उठाया और कहा कि बिहार में 91 प्रतिशत किसान सूखे से जूझ रहे हैं। उनका कहना था कि 1 जून से 29 जुलाई के बीच बिहार में औसत से बहुत कम बारिश हुई है जिसके कारण किसान पीड़ित और बहुत परेशान है। उन्होंने कहा कि बिहार का आम किसान जलवायु परिवर्तन के असर से मानसून में भी कम बारिश के कारण सूखा से पीड़ित है इसलिए स्थिति का आकलन करने के लिए केंद्र सरकार को तत्काल उच्च स्तरीय दल बिहार भेजना चाहिए ताकि बिहार के पीड़ति किसानों की मदद की जा सके।
रामकृपाल यादव ने कहा कि पूरा बिहार सूखे की भयावह त्रासदी से जूझ रहा है इसलिए पूरे राज्य को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए।