Edited By Mamta Yadav, Updated: 26 Nov, 2024 08:24 PM
बिहार के मत्स्य निदेशक की अध्यक्षता में तिरहुत, परिक्षेत्र के राज्य एवं केन्द्र प्रायोजित योजनाओं की वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षात्मक बैठक की गई। राज्य योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 में निदेशक, मत्स्य के द्वारा बोरिंग...
Patna News: बिहार के मत्स्य निदेशक की अध्यक्षता में तिरहुत, परिक्षेत्र के राज्य एवं केन्द्र प्रायोजित योजनाओं की वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षात्मक बैठक की गई। राज्य योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 में निदेशक, मत्स्य के द्वारा बोरिंग पम्पसेट एवं यांत्रिक एरेटर की उपयोगिता के बारे में मत्स्य कृषक के बीच व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया। तालाबों में एरेटर के उपयोग से मत्स्य उत्पादन में 10 से 30 प्रतिशत वृद्धि देखी गई है। उक्त योजनाओं के अलावे शत-प्रतिशत लक्ष्य के अनुरूप आवेदन सृजित कर माह नवम्बर तक डी0एल0सी0 एवं चयन समिति के माध्यम से चयन कराकर कार्यादेश निर्गत करने का निर्देश दिया गया।
निदेशक ने National Fisheries Development Portal (NFDP) पर निबंधन के संबंध में समीक्षा की। उन्होंने निदेश देते हुए कहा कि प्रत्येक प्रखंडवार लक्ष्य निर्धारित कर निबंधन की प्रक्रिया पूरी की जाए। वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 के राज्य एवं केन्द्र प्रायोजित प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनाओं की समीक्षा की गई। निदेशक, मत्स्य के द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनाओं के अन्तर्गत विभिन्न अवयवों की समीक्षा की गयी। सभी जिलों को जिन अवयव में लक्ष्य के अनुरूप आवेदन अप्राप्त है। उन सभी जिलों को अपने क्षेत्रीय प्रभारी (मत्स्य प्रसार पदाधिकारी एवं मत्स्य विकास पदाधिकारी) को शत-प्रतिशत आवेदन सृजित करने का निदेश दिया गया। साथ हीं Mis Portal पर लाभुकों की विवरणी उपलब्धि के अनुरूप सभी मत्स्य प्रसार पदाधिकारी एवं मत्स्य विकास पदाधिकारी को अद्यतन करने का निर्देश दिया गया।
उक्त बैठक में उप मत्स्य निदेशक, (रा0प0ई0), जिला मत्स्य पदाधिकारी, (मुजफ्फरपुर, वैशाली, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण, शिवहर एवं सीतामढ़ी), उप मत्स्य निदेशक, तिरहुत परिक्षेत्र के सहायक अभियंता, नोडल पदाधिकारी, कनीय अभियंता, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, मत्स्य विकास पदाधिकारी, परियोजना समन्वयक, (पी0एम0यू0), अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।