Edited By Khushi, Updated: 13 Sep, 2024 01:23 PM
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)- मार्क्सवादी-लेनिनवादी (माले) लिबरेशन ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से दूर रखने के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के घटक दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस, वामदल...
रांची: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)- मार्क्सवादी-लेनिनवादी (माले) लिबरेशन ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से दूर रखने के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के घटक दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस, वामदल और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच ‘उचित' सीट बंटवारे के फार्मूले की वकालत की।
भाकपा (माले)-लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा क्षेत्र की पांच आदिवासी सीट पर हार के बाद संथाल और कोल्हान संभाग में विपक्षी गठबंधन के सहयोगियों की एकता को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने रांची में कहा, “मार्क्सवादी समन्वय समिति (एमसीसी) का भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के साथ हाल ही में हुआ विलय झारखंड में विपक्षी गठबंधन को मजबूत करेगा। गठबंधन के चार प्रमुख घटक झामुमो, कांग्रेस, वाम और राजद संतोषजनक चर्चा कर एक उचित सीट-बंटवारे का फॉर्मूला तैयार कर सकते हैं। हम इस संबंध में काम करेंगे।” क्षेत्रीय वामपंथी दल एमसीसी का सोमवार को औपचारिक रूप से भाकपा माले के साथ विलय हो गया था।
भट्टाचार्य ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ने लोकसभा चुनावों में संथाल और कोल्हान क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र में भाजपा अभी भी बढ़त बनाए हुए है। उन्होंने कहा, “इसलिए भाजपा अब कोल्हान और संथाल परगना में विपक्षी एकता को तोड़ने की कोशिश कर रही है। भाजपा की साजिश को नाकाम करना और साथ ही राज्य के उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ाना महत्वपूर्ण है।” भाकपा माले ने दावा किया कि झारखंड में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' फिर से सत्ता में वापसी करेगा। भट्टाचार्य ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के लगातार दौरे पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया कि जिस तरह की नफरत बढ़ाने वाली बातें उन्होंने (शर्मा ने) की हैं वह झारखंड के लिए चिंताजनक है।