Edited By Diksha kanojia, Updated: 14 May, 2022 09:17 AM
मालूम हो कि एसआरएमआई को मुख्यमंत्री द्वारा 16 दिसंबर, 2021 को झारखण्ड के प्रवासी श्रमिकों पर केंद्रित साक्ष्य-आधारित और डेटा-संचालित मजबूत नीति कारर्वाई को प्रदर्शित करने के लिए लॉन्च किया गया था। दोनों राज्य ने कोविड महामारी के दौरान और बाद में...
रांचीः झारखंड के श्रम विभाग के एक प्रतिनिधिमंडल ने विगत दिनों केरल का दौरा किया। यह दौरा श्रम सचिव प्रवीण टोप्पो के नेतृत्व में हुआ। जिससे राज्य के श्रमिकों और कामगारों की वस्तुस्थिति से श्रम विभाग अवगत हो सके एवं सुरक्षित और जिम्मेदार प्रवासन पहल (एसआरएमआई) को और सशक्त किया जा सके।
मालूम हो कि एसआरएमआई को मुख्यमंत्री द्वारा 16 दिसंबर, 2021 को झारखण्ड के प्रवासी श्रमिकों पर केंद्रित साक्ष्य-आधारित और डेटा-संचालित मजबूत नीति कारर्वाई को प्रदर्शित करने के लिए लॉन्च किया गया था। दोनों राज्य ने कोविड महामारी के दौरान और बाद में प्रवासी कामगारों के कल्याण से संबंधित सर्वोत्तम प्रथाओं पर लगातार चर्चा की है, जिससे प्रवासी श्रमिकों के सामाजिक कल्याण के लिए एक रूपरेखा स्थापित करने में राज्यों के बीच बेहतर तालमेल विकसित किया जा सके। श्रम विभाग के प्रतिनिधियों ने सुरक्षित प्रवास को सुनिश्चित करने के लिए 'श्रमिक वाणिज्य दूतावास' की स्थापना के माध्यम से राज्यों के बीच एक मजबूत समन्वय तंत्र की आवश्यकता को साझा किया। यह समन्वय दोनो राज्यों को एक डेटाबेस चलाने में मदद करेगी, जिससे झारखण्ड के श्रमिक जो केरल में काम कर रहें हैं, उन्हें सब सुविधाएं मिल सके।
केरल सरकार के अधिकारियों ने प्रवासन संकट को कम करने और प्रवास को मुख्यधारा में लाने के लिए श्रमिकों और कामगारों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। मालूम हो कि एसआरएमआई की टीम के सदस्य झारखंड के प्रवासी श्रमिकों के कल्याण और सुरक्षा के लिए डेटा संचालित नीति ढांचे को विकसित हेतु जिलों, गंतव्य राज्यों और सीएसओ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल ने त्रिवेंद्रम में प्रवासी सुविधा केंद्र (श्रमिक बंधु सेवा केंद्र) और केरल सरकार के श्रम विभाग द्वारा संचालित पेरुंबवूर, मुन्नार में चाय बागानों और एर्नाकुलम में मछली प्रसंस्करण इकाइयों का दौरा किया एवं झारखण्ड के विभिन्न जिलों के श्रमिकों के साथ बातचीत की। प्रतिनिधिमंडल ने केरल में सीएमआईडी द्वारा संचालित केंद्रों का दौरा किया। सीएमआईडी, सुरक्षित और जिम्मेदार प्रवासन पहल (एसआरएमआई) का पाटर्नर है।