Edited By Khushi, Updated: 31 Jul, 2024 04:03 PM
झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। बीजेपी बड़ा सा बैनर लेकर सदन पहुंची जिसमें भ्रष्ट, निकम्मी, झूठी, लुटेरी और युवाओं को ठगने वाली हेमंत सरकार जवाब दो लिखा था और इसमें कई सवाल भी लिखे थे।
रांची: झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। बीजेपी बड़ा सा बैनर लेकर सदन पहुंची जिसमें भ्रष्ट, निकम्मी, झूठी, लुटेरी और युवाओं को ठगने वाली हेमंत सरकार जवाब दो लिखा था और इसमें कई सवाल भी लिखे थे। बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि जितना लंबा घोटाला उतनी लंबी लिस्ट है। मैं समझता हूं कि उनके घोटाले के सामने यह लिस्ट छोटी है। जितना वादाखिलाफी सरकार ने किया था उसका एक अंश इस बैनर में है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो वादे करके सत्ता प्राप्त की आज हम उनको याद दिलाने बैनर के माध्यम से आए हैं।
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सरकार से विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार से सवाल पूछा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीएम ने कहा था कि विपक्ष के जो भी राज्य से जुड़े विषय होंगे जिसमें पारा शिक्षकों, सहायक पुलिस कर्मियों, मनरेगा कर्मी, रसोइया, एएनएम, जेएनएम, होम गार्ड, आंगनबाड़ी सभी अनुबंध कर्मी, साथ ही पांच लाख युवाओं को रोजगार का विषय, साथ ही रोजगार भत्ता देना। उस पर मैं जवाब दूंगा। सीएम ने कहा था कि मै बोलूंगा, लेकिन यह विधानसभा का आखिरी सत्र है। सीएम इस सत्र के आखिरी दिन बोलेंगे और बोल कर के चले जाएंगे तो जनता के जवाब का प्रत्युत्तर देना की कोई नियमावली हमारे पास नहीं है। इसलिए विपक्ष ने तय किया है कि सीएम आज ही इन सवालों का जवाब दें।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब तक सीएम नहीं बोलेंगे तब तक विपक्ष सदन छोड़ कर जाने वाला नहीं है। झारखंड में युवाओं के भविष्य के साथ जुड़ा हुआ विषय अगर इस पर जवाब नहीं मिलता है, तो चाहे आज रात रुकना ही क्यों ना पड़ जाए, विपक्ष सदन छोड़ कर जाने वाली नहीं है। वहीं, इसे देखते हुए विधानसभा के अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो ने आहत होकर सदन की कार्यवाही 1 अगस्त सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। स्पीकर ने कहा कि विपक्ष के लोग सदन चलने देना नहीं चाहते हैं। सरकार का उत्तर भी सुनना नहीं चाहते हैं। इसलिए भारी मन और नेता प्रतिपक्ष के व्यवहार से आहत होकर इस सदन की कार्यवाही को कल तक के स्थगित करता हूं।
रवींद्रनाथ महतो ने बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप लोगों की व्याकुलता को मैं समझ रहा हूं, लेकिन विधानसभा पटल को इस व्याकुलता का अंग बनने नहीं देंगे। मैं इस चीज को मान गया हूं कि विपक्ष के लोग सदन चलने देना नहीं चाहते हैं। वहीं सदन की कार्यवाही स्थगित करने के बाद विपक्ष के तमाम विधायक स्थगित करने के खिलाफ वेल में बैठ कर प्रदर्शन करते दिखे।