Edited By Khushi, Updated: 31 Oct, 2024 12:04 PM
साल 2019 में हुए चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार नीलकंठ सिंह मुंडा ने जीत हासिल की थी। नीलकंठ सिंह मुंडा 59 हजार एक सौ 98 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो जेएमएम कैंडिडेट सुशील पाहन 32 हजार आठ सौ 71 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे।
खूंटी: झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से एक खूंटी विधानसभा सीट है। यह सीट खूंटी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। झारखंड राज्य के अस्तित्व में आने के बाद इस सीट पर 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नीलकंठ सिंह मुंडा विधायक चुने गए थे तो वहीं 2009 और 2014 में भी इस सीट पर बीजेपी का ही कब्जा रहा और नीलकंड सिंह मुंडा ही विधायक बने। 2019 के चुनाव में भी खूंटी सीट पर नीलकंठ मुंडा ने ही जीत का परचम लहराया था।
वहीं खूंटी सीट पर नीलकंठ सिंह मुंडा को ही बीजेपी ने फिर से उम्मीदवार बनाया है तो जेएमएम ने रामसूर्या मुंडा पर दांव खेला है, लेकिन खूंटी सीट पर नीलकंठ सिंह मुंडा का खूंटा इतनी मजबूती से जमा है कि जेएमएम कैंडिडेट बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पा रहे हैं।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं साल 2019 में हुए चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार नीलकंठ सिंह मुंडा ने जीत हासिल की थी। नीलकंठ सिंह मुंडा 59 हजार एक सौ 98 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो जेएमएम कैंडिडेट सुशील पाहन 32 हजार आठ सौ 71 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं जेवीएम उम्मीदवार दयामणि बरला ने 20 हजार सात सौ 26 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं साल 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर बीजेपी के नीलकंठ सिंह मुंडा ने जेएमएम के जिदान होरो को 21 हजार 515 वोटों से हराकर अपना परचम लहराया था। नीलकंठ सिंह मुंडा को कुल 47 हजार 32 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे जेएमएम के जिदान होरो को कुल 25 हजार 517 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के पुष्पा सुरीन को कुल 17 हजार 544 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर बीजेपी के नीलकंठ सिंह मुंडा ने जेएमएम के मासी चरण मुंडा को 436 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। नीलकंठ सिं मुंडा को कुल 32 हजार 67 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे जेएमएम के मासी चरण मुंडा को कुल 31 हजार 631 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के रौशन कुमार सुरीन को 20 हजार 116 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
इस बार नीलकंठ सिंह मुंडा खूंटी में छठी बार जीत हासिल करने मैदान में ताल ठोक रहे हैं। इस बार उनकी जीत का रास्ता और भी आसान लग रहा है क्योंकि 2019 के चुनाव में जेवीएम कैंडिडेट 20 हजार सात सौ 26 वोट लाने में सफल रहे थे। अब बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में शामिल होने के बाद जेवीएम को मिले वोट का बड़ा हिस्सा नीलकंठ सिंह मुंडा के खाते में जा सकता है। इससे खूंटी सीट पर उनकी जीत की दावेदारी और भी बढ़ जाएगी।