Edited By Khushi, Updated: 12 Aug, 2024 04:34 PM
गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने जिले के नक्सलवाद से नक्सलियों को पूरा मिटाने को लेकर अहम कदम उठाया है जिसके कारण उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मिलकर रणनीति बनाते हुए अब तक आत्म समर्पण नहीं करने वाले या अब तक गिरफ्तार नहीं हुए कई हार्डकोर...
गिरीडीह: गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने जिले के नक्सलवाद से नक्सलियों को पूरा मिटाने को लेकर अहम कदम उठाया है जिसके कारण उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मिलकर रणनीति बनाते हुए अब तक आत्म समर्पण नहीं करने वाले या अब तक गिरफ्तार नहीं हुए कई हार्डकोर नक्सलियों के परिजनों से मिलकर आत्मसमर्पण करने की सलाह तथा चेतावनी भी दी है।
आत्मसमर्पण न करने पर नक्सलियों के परिजनों के खिलाफ होगी कार्रवाई
एसपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अधिक संबंधित नक्सली समय रहते अपना भविष्य संभालना चाहते हैं तो अपने- अपने परिवार के जो नक्सली हैं उन्हें जल्द से जल्द आत्मसमर्पण करवाए नहीं तो पुलिसिया कार्रवाई से नक्सली तो नहीं बच पाएंगे साथ ही साथ उनके परिजनों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करने को बाध्य होगी। उन्होंने नक्सलियों के परिजनों से आगे कहा कि पुलिस द्वारा चलाए जा रहा आत्मसमर्पण नीति बहुत ही अच्छी नीति है जिसका लाभ लेना चाहिए। इसी बीच गिरिडीह एसपी 10 लाख के इनामी नक्सली साहब राम मांझी के घर गए तथा उनके परिजनों से अनुरोध करते हुए कहा कि साहब राम मांझी को आत्मसमर्पण करवाने की दिशा में कारगर कदम उठाएं नहीं तो पुलिस अपना काम करेगी और उनके परिवार को ही नुकसान होगा।
सरेंडर करने पर सरकार की योजना का मिलेगा लाभ
एसपी ने परिजनों को बताया कि हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य सार्वजनिक जीवन में आना ही सही रास्ता है। मुख्यधारा में लौटने से साहेब के साथ उनके पूरे परिवार का कल्याण होगा। इस दौरान एसपी द्वारा साहेब राम मांझी के परिजनों को झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति की जानकारी भी दी। बताया कि इस नीति के तहत सरेंडर करने से क्या क्या लाभ मिलेगा। एसपी ने यह भी बताया कि जिन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है उन्हें सरकार की योजना का लाभ मिल रहा है। कहा कि साहब राम सरेंडर नहीं करेगा तो जंगल में ही मारा जाएगा। वहीं, अभियान में एएसपी कौशर अली, एसडीपीओ सुमित प्रसाद, थाना प्रभारी गौतम कुमार,अवर निरीक्षक सुनील कुमार आदि मौजूद थे।