Edited By Harman, Updated: 06 Sep, 2024 09:34 AM
झारखंड में उत्पाद विभाग में कांस्टेबल नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद स्थगित हुई शारीरिक दक्षता परीक्षा अब 10 सितंबर से फिर शुरू होगी। उत्पाद सिपाही की दौड़ पलामू सेंटर पर नहीं होगी, पलामू में होने वाली दौड़ अब राज्य के...
रांची:झारखंड में उत्पाद विभाग में कांस्टेबल नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद स्थगित हुई शारीरिक दक्षता परीक्षा अब 10 सितंबर से फिर शुरू होगी। उत्पाद सिपाही की दौड़ पलामू सेंटर पर नहीं होगी, पलामू में होने वाली दौड़ अब राज्य के दूसरे सेंटर पर होगी।
10 सितंबर से फिर शुरू होगी
पूरे मामले में गुरुवार को राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से एडीजी मुख्यालय आरके मल्लिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्पाद सिपाही भर्ती प्रक्रिया के तहत 22 अगस्त से विभिन्न केंद्रों पर शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा था, जो 2 सितंबर तक चला। इस दौरान 12 अभ्यर्थियों की मृत्यु हो गई थी। जिस कारण दौड़ स्थगित कर दी गई। इसके बाद 5 सितंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा समीक्षा बैठक की गई और अब 10 सितंबर से यह प्रक्रिया पुनः शुरू की जा रही है।
सुबह 8:30 बजे के बाद दौड़ नहीं होगी
एडीजी आरके मलिक ने बताया किझारखंड उत्पाद सिपाही की बहाली प्रक्रिया 10 सितंबर से दोबारा शुरू की जाएगी। बहाली की प्रक्रिया अब 6 सेंटरों पर होगी। जिन अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा 3 सितंबर को होनी थी अब वह प्रतिदिन 3000 की संख्या में 10 से 11 सितंबर को बहाली की प्रक्रिया में भाग लेंगे। इस प्रकार सभी 6 केंद्रों पर जो शारीरिक दक्षता परीक्षा 4 सितंबर को होनी थी अब वह 12 और 13 सितंबर को होगी। पलामू के सभी अभ्यर्थियों की दौड़ प्रतियोगिता और शारीरिक दक्षता जांच 19 और 20 सितंबर को 6 सेंटरों पर होगी। उत्पाद सिपाही की बहाली प्रक्रिया के दौरान प्रदेश के सभी 6 सेंटरों पर मेडिकल की पूरी सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। जिसमें किसी भी हाल में सुबह 8:30 बजे के बाद दौड़ नहीं होगी।
गौरतलब है कि सबसे ज्यादा पलामू सेंटर में ही पांच अभ्यर्थियों की मौत हुई थी। यही वजह है कि पलामू में अब बहाली की प्रक्रिया नहीं होगी।प्राथमिक जांच में मौत की सबसे ज्यादा वजह हार्ट अटैक प्रारंभिक तौर पर बताया गया। अभी बिसरा और FSL की जांच रिपोर्ट नहीं आयी है। फिलहाल फाइनल रिपोर्ट आने पर ही मौत की पूरी वजह स्पष्ट हो पाएगी।