Edited By Khushi, Updated: 30 Oct, 2024 05:16 PM
2019 के चुनाव में तोरपा सीट पर बीजेपी कैंडिडेट कोचे मुंडा ने जीत हासिल की थी। कोचे मुंडा, 43 हजार चार सौ 82 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो जेएमएम उम्मीदवार सुदीप गुड़िया 33 हजार आठ सौ 52 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे।
तोरपा: झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से एक तोरपा विधानसभा सीट भी है। रांची ज़िले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र खूंटी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। झारखंड बनने के बाद हुए विधानसभा चुनाव के बारे में बात करें तो साल 2005 में इस सीट पर बीजेपी के कोचे मुंडा विधायक चुने गए थे जबकि 2009 में यह सीट जेएमएम के खाते में गई और पैलुष सुरीन विधायक चुने गए थे तो वहीं 2014 के चुनाव में भी इस सीट पर जेएमएम का ही कब्जा रहा और पौलुष सुरीन लगातार दूसरी बार विधायक बने।
2019 में बीजेपी विधायक कोचे मुंडा ने जीत हासिल की थी। इस बार भी तोरपा से बीजेपी ने कोचे मुंडा पर ही भरोसा जताया है और जेएमएम ने भी एक बार फिर सुदीप गुड़िया को टिकट दिया है। साफ है कि तोरपा में एक बार फिर कोचे मुंडा और सुदीप गुड़िया के बीच घमासान होगा।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2019 के चुनाव में तोरपा सीट पर बीजेपी कैंडिडेट कोचे मुंडा ने जीत हासिल की थी। कोचे मुंडा, 43 हजार चार सौ 82 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो जेएमएम उम्मीदवार सुदीप गुड़िया 33 हजार आठ सौ 52 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार पौलुष सुरीन 19 हजार दो सौ 34 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं साल 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर जेएमएम के पौलुष सुरीन ने बीजेपी के कोचे मुंडा को मात्र 43 वोटों से हराकर जीत का परचम लहराया था। पौलुष सुरीन को कुल 32 हजार 3 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के कोचे मुंडा को कुल 31 हजार नौ सौ 60 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे जेवीएम के सुमन भेगरा को कुल 18 हजार नौ सौ 66 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर जेएमएम के पौलुष सुरीन ने बीजेपी के कोचे मुंडा को 15 हजार सात सौ 99 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। पौलुष सुरीन को कुल 34 हजार पांच सौ 51 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के कोचे मुंडा को कुल 18 हजार सात सौ 52 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे जेवीएम के विजय मुंडा को 16 हजार सात सौ 79 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
तोरपा विधानसभा सीट से कोचे मुंडा ने तीन बार जीत हासिल की है। पहली बार वे साल 2000 में बिहार विधानसभा के लिए चुने गए थे जबकि 2005 में पहली बार झारखंड विधानसभा के सदस्य चुने गए, लेकिन 2009 और 2014 के चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के पौलुस सुरीन ने बाजी मारी थी और उन्हें मात दे दी थी। वहीं 2019 में भी कोचे मुंडा ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। तोरपा में पिछली बार झामुमो के बागी पौलुस सुरीन के निर्दलीय चुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा मिला था, लेकिन इसबार तोरपा सीट पर बीजेपी और जेएमएम में सीधी लड़ाई हो रही है।