Edited By Ramanjot, Updated: 03 Oct, 2024 02:33 PM
वैसे तो प्रतिदिन इस मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा के लिए पहुंचते हैं परंतु शारदीय नवरात्रि और चैत नवरात्र में इस शक्तिपीठ का बड़ा ही महत्व माना जाता है। लोग दूर-दूर से मां ताराचंडी का दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं। कैमूर पहाड़...
रोहतास (मिथिलेश कुमार): बिहार में शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा की उपासना का त्योहार शारदीय नवरात्रि आज से शुरू हो गया। इस नवरात्र के प्रथम दिन रोहतास जिले के सासाराम के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां ताराचंडी धाम में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। मां तारा चंडी के दर्शन को लेकर भक्त सुबह से ही कतार में खड़े दिखाई दिए।
वैसे तो प्रतिदिन इस मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा के लिए पहुंचते हैं परंतु शारदीय नवरात्रि और चैत नवरात्र में इस शक्तिपीठ का बड़ा ही महत्व माना जाता है। लोग दूर-दूर से मां ताराचंडी का दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं। कैमूर पहाड़ की गुफाओं में स्थित मां ताराचंडी धाम में जो भी श्रद्धालु पहुंचते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है। लोग अपनी मनोकामना को लेकर यहां पहुंचते हैं और मां ताराचंडी का आशीर्वाद पाते हैं और मनवांच्छित फल भी पाते हैं।
आज से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन में वेदोक्त मंत्रोच्चार करते हुए कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है। कलश पूजन से सुख- समृद्धि, धन, वैभव, ऐश्वर्य, शांति, पारिवारिक उन्नति तथा रोग-शोक का नाश होता है। इस बार चतुर्थी तिथि की वृद्धि और अष्टमी-नवमी एक दिन होने से पूरे दस दिन तक माता की आराधना होगी। जगत जननी की कृपा एवं सर्वसिद्धि की कामना से उपासक फलाहार या सात्विक अन्न ग्रहण करते हुए दुर्गा सप्तशती के 13 अध्याय के कुल 700 श्लोको का सविधि पाठ करेंगे।