Edited By Swati Sharma, Updated: 16 Jul, 2024 02:33 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में उद्योग के विस्तार के लिए लगातार कई फैसले ले रहे हैं। अब नीतीश सरकार ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना को लेकर बड़ा फैसला लिया है। उद्योग विभाग ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में आटा सत्तू बेसन के अलावा कई नए उद्योगों को...
पटना( विकास कुमार): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में उद्योग के विस्तार के लिए लगातार कई फैसले ले रहे हैं। अब नीतीश सरकार ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना को लेकर बड़ा फैसला लिया है। उद्योग विभाग ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में आटा सत्तू बेसन के अलावा कई नए उद्योगों को सहायता उपलब्ध कराए जाने वाली सूची में शामिल किया है। इस बार पांच नए उद्यमों को लिस्टग में जगह मिली है। एलईडी बल्ब और बिजली से जुड़े उपकरण इसमें शामिल हैं। बिजली के बोर्ड और स्विच बनाने की यूनिट को भी मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत उद्योग विभाग ने इस बार आटा, सत्तू, बेसन से इतर कई नए उद्योगों को सहायता उपलब्ध कराए जाने वाली सूची में शामिल किया है। इससे पहले की सूची में आटा, सत्तू और बेसन पहले नंबर पर रहा है। इस बार इससे अधिक प्राथमिकता नए उद्यमों को नीतीश सरकार ने दी है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में इस बार पांच नए उद्यमों को शामिल किया गया है। उद्योग विभाग ने यह सर्वे कराया था कि बाजार में किस चीज की मांग अधिक है। इस क्रम में एलईडी बल्ब और बिजली से जुड़े उपकरण शामिल हैं। उद्योग विभाग के संबंधित अधिकारियों का कहना है कि बाजार में एलईडी की मांग बहुत अधिक है और इसका बड़ा हिस्सा बाहर के राज्यों से यहां आ रहा है। जबकि एलईडी बल्ब की यूनिट लगाने में बहुत अधिक निवेश की जरूरत नहीं है। इसलिए नीतीश सरकार ने ये तय किया है कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत एलईडी बल्ब की यूनिट लगाने के लिए सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा बिजली के बोर्ड और स्विच बनाने की यूनिट को भी इस योजना में शामिल किया गया है।
छड़ को बांधने वाले आयरन रिंग पर भी विभाग की नजर
बाजार में हुए उद्योग विभाग के सर्वे के दौरान में यह बात सामने आई कि बाजार में निर्माण में लगने वाले छड़ को बांधने वाले लोहे के रिंग को मैनुअल तरीके से बनाया जाता है। इसमें काफी समय लगता है। इसलिए इस तरह के रेडीमेड रिंग को तैयार किए जाने की यूनिट स्थापित करने को भी पहली बार मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में शामिल किया गया है।
शीर्ष के पांच उद्योग में आटा, सत्तू, बेसन और रेडीमेड है शामिल
इससे पहले मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत जिन उद्यमों को सहायता मिली है उनमें आटा, सत्तू और बेसन बनाने वाली यूनिट पहले नंबर पर और दूसरे नंबर पर रेडीमेड वस्त्र तैयार करने वाली यूनिट शामिल हैं। इसके बाद आईटी क्षेत्र और होटल-ढाबा का नंबर है।
साफ है कि नीतीश सरकार बिहार में एलईडी बल्ब और बिजली से जुड़े उपकरणों के उद्योग को विकसित करने का लक्ष्य हासिल करना चाहती है।उम्मीद है कि नीतियों में बदलाव से सरकार अपने लक्ष्य में सफल रहेगी। इससे बिहार में स्थानीय स्तर पर रोजगार का भी विकास होगा।