Edited By Ramanjot, Updated: 17 Aug, 2024 01:57 PM
प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि दो अक्टूबर को जन सुराज से जुड़े लोग पार्टी बनाएंगे। उनका नेता कौन होगा। संविधान क्या होगा। विचाराधारा क्या होगी। यह सब तय किया जाएगा। इसमें प्रशांत किशोर कहीं नहीं होगा। प्रशांत किशोर अब तक...
गया: बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव अभी नहीं होंगे। चुनाव आयोग ने इन सीटों पर बाढ़ के सीजन के बाद उपचुनाव कराने का फैसला लिया है। इसी बीच जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि यदि 02 अक्टूबर के बाद गया जिले के इमामगंज और बेलागंज विधानसभा में उपचुनाव होते हैं तो निश्चित तौर पर जन सुराज की पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेगी।
"जन सुराज से जुड़े लोग दो अक्टूबर को बनाएंगे पार्टी"
प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि दो अक्टूबर को जन सुराज से जुड़े लोग पार्टी बनाएंगे। उनका नेता कौन होगा। संविधान क्या होगा। विचाराधारा क्या होगी। यह सब तय किया जाएगा। इसमें प्रशांत किशोर कहीं नहीं होगा। प्रशांत किशोर अब तक जिस भूमिका में है, उसी भूमिका में 2 अक्टूबर के बाद भी नजर आएगा। उन्होंने कहा कि उनकी पदयात्रा आगे भी निरंतर जारी रहेगी। यदि 02 अक्टूबर के पहले इन दोनों विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होते हैं, तो जनसुराज के मजबूत सदस्य निर्दलीय उतरेंगे। निर्दलीय चुनाव लड़ने वाला सदस्य जनसुराज समर्थित होगा।
"बिहार में अफसरशाही का जबरदस्त बोलबाला"
इस मौके पर प्रशांत किशोर ने बेरोजगारी, पलायन, शिक्षा व्यवस्था, समता मूलक शिक्षा नीति, भूमि सुधार, खेती किसानी, जल संसाधन, फसलों की कीमत, अफसरशाही, अवैध शराब, बालू, अनाज माफिया से जुड़े मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि जन सुराज की पद यात्रा में अब तक ये समस्या सबसे ज्यादा सुनी गई है। बिहार की समता मूलक शिक्षा नीति सिर्फ कहने को है। धरातल पर कुछ भी नहीं है। अफसरशाही का जबरदस्त बोलबाला है। जो खेती कर रहे हैं, वे पेट के लिए कर रहे हैं और वे कमाने बाहर जा रहे हैं। फसलों की कीमत नहीं मिल रही है। जाति के नाम पर राजनीति हो रही है। इन तमाम समस्याओं ने बिहार को खोखला कर दिया है। जन सुराज इन्हीं समस्याओं पर लोगों से चर्चा कर एक करोड़ लोगों को जोड़ा है और यही एक करोड़ लोग बिहार का भविष्य आगे तय करेंगे।