Edited By Swati Sharma, Updated: 08 Oct, 2024 10:57 AM
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख एवं बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को कहा कि होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत से सरकार बनाएंगे और समाज में बराबरी का हक पाएंगे।सहनी ने कहा कि निषाद समाज अपना भविष्य खुद तय करेगा, चार नहीं 40...
पटना: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख एवं बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को कहा कि होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत से सरकार बनाएंगे और समाज में बराबरी का हक पाएंगे।
'निषाद समाज अपना भविष्य खुद तय करेगा, चार नहीं 40 विधायक बनाएगा'
सहनी ने कहा कि निषाद समाज अपना भविष्य खुद तय करेगा, चार नहीं 40 विधायक बनाएगा। सिर्फ झूठ बोलकर जनता को गुमराह करना यह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग ) सरकार का काम है। चुनाव आते ही यह केंद्र की सत्ता में बैठे बड़े ओहदे के लोग गरीबों को गुमराह करकर राज करते हैं। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और तानाशाही अपने चरम सीमा पर है। इनकी पार्टी में हत्या, दंगा करवाने वाले लोग भी सत्ता में बैठे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इन सबसे तो लोगों का भरोसा ही उठ गया है। आए दिन जो इनके खिलाफ आवाज उठाएगा, यह लोग झूठे केस में फंसाकर उनको जेल भेज रहे हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि आज जरूरत है कि अति पिछड़ा समाज के लोग एकजुट हों और अपने अधिकार और हक की लड़ाई को बुलंद करें।
'इस बार निषाद का बेटा अपनी ताकत से सरकार बनाएगा'
पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि इस कार्य में हो सकता है कि व्यक्तिगत रूप से कुछ नुकसान उठाना पड़े, लेकिन अगर हमलोग अपने अधिकार को नहीं ले सके तो आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि अगर हमलोगों ने अपनी पार्टी का विलय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में कर दिया होता तो आज भी मैं राज्य में नहीं केंद्र में मंत्री होता लेकिन यह अपने ही समाज को धोखा देने वाली बात होती। उन्होंने कहा आज वीआईपी जो भी है, वह अतिपिछड़ा समाज के लोगों के समर्थन के कारण है। सहनी ने कहा कि आज निषाद समाज की दुर्दशा का कारण सरकार में बैठे लोग हैं। वे निषाद समाज के लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं, न रोजगार, न मछली बिक्री के लिए बाजार न कोई सरकारी मदद कर रहे हैं। इस बार निषाद का बेटा अपनी ताकत से सरकार बनाएगा और समाज में बराबरी का हक पाएगा। अब चार नही 40 विधायक बनाना है और अपना भविष्य खुद तय करना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम अतिपिछड़ा समाज के राजनैतिक भविष्य को तय करेगा।