Edited By Swati Sharma, Updated: 02 Aug, 2024 04:18 PM
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरक्षण को 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग करते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हम शुरू से कहते थे कि भाजपा जातीय जनगणना के खिलाफ है।
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरक्षण को 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग करते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हम शुरू से कहते थे कि भाजपा जातीय जनगणना के खिलाफ है।
राजद नेता ने कहा कि मनोज झा ने संसद में आरक्षण को 9वीं अनुसूची में डालने को लेकर प्रश्न पूछा था, लेकिन सरकार की ओर से जवाब आया कि नौंवी अनुसूची में डालने का अधिकार राज्य सरकार को है। आगे तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन की सरकार ने देश में पहली बार किसी राज्य में जाति आधारित गणना करवाई और 65% आरक्षण व्यवस्था लागू की, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने अपने आदमियों को कोर्ट में खड़ा कराकर इसे रोकने का प्रयास किया।
'इनकी नियत नहीं है कि इसे शेड्यूल-9 में किया जाए'
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने पहले कहा था कि अगर आरक्षण को अनुसूची 9 में नहीं डाला जाएगा तो हम धरना देंगे। ओबीसी आरक्षण को नौवीं अनुसूची में डलवाने की मांग रखते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र-बिहार में NDA की सरकार है और वे नहीं चाहते हैं कि जो आरक्षण की सीमा बढ़ाई गई है उसे अनुसूची -9 में डाले। हम सुप्रीम कोर्ट के जवाब का इंतज़ार कर रहे थे, और सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने अपने जवाब में झूठ बोल रही है, अनुसूची -9 में डालने का अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास है... इनकी नियत नहीं है कि इसे शेड्यूल-9 में किया जाए।
'केंद्र में नीतीश कुमार ताकतवर हैं, लेकिन..'
इसके अलावा तेजस्वी यादव ने कहा कि आरक्षण की सीमा 65% बढ़ाने को लेकर हम लोगों ने केंद्र सरकार से अपील की थी कि इसे 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। तमिलनाडु की तर्ज पर इसे भी 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसके साथ कोई छेड़छाड़ ना कर सकें। तेजस्वी ने कहा कि केंद्र में नीतीश कुमार ताकतवर हैं। ऐसे में उनको भाजपा पर दबाव बनाना चाहिए और बात नहीं मानी जाती है तो सरकार गिरा देना चाहिए ।