Edited By Ramanjot, Updated: 17 Dec, 2025 07:00 AM

96 Year Old Shop Closed in Delhi की खबर ने राजधानी दिल्ली के लोगों को भावुक कर दिया है। दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित एक ऐसी मिठाई की दुकान, जिसने आज़ादी से पहले का दौर देखा और देश के प्रधानमंत्री तक जिनकी मिठाई मंगवाते रहे
96 Year Old Shop Closed in Delhi की खबर ने राजधानी दिल्ली के लोगों को भावुक कर दिया है। दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित एक ऐसी मिठाई की दुकान, जिसने आज़ादी से पहले का दौर देखा और देश के प्रधानमंत्री तक जिनकी मिठाई मंगवाते रहे, अब 96 साल बाद हमेशा के लिए बंद होने जा रही है। करीब तीन वर्षों तक चली कानूनी लड़ाई के बाद यह प्रतिष्ठित दुकान 31 दिसंबर को आखिरी बार शटर गिराएगी।
96 Year Old Shop Closed in Delhi: क्यों खास है ‘अन्नपूर्णा भंडार’
96 Year Old Shop Closed in Delhi के पीछे जिस दुकान की कहानी है, उसका नाम है अन्नपूर्णा भंडार। इस दुकान की स्थापना वर्ष 1929 में हुई थी। पिछले छह दशकों से 81 वर्षीय मिहिर मुखर्जी इसे संभाल रहे थे। अन्नपूर्णा भंडार खासतौर पर बंगाली मिठाइयों के लिए जानी जाती थी, जिनका स्वाद दिल्ली ही नहीं, बल्कि देशभर में मशहूर रहा।
इस दुकान की नींव मिहिर मुखर्जी के दादा एम.एम. मुखर्जी ने रखी थी। वे ब्रिटिश रेलवे में कार्यरत थे और रिटायरमेंट के बाद 1911 में कोलकाता से दिल्ली आकर बंगाली मिठाइयों की इस परंपरा को शुरू किया।
96 Year Old Shop Closed in Delhi: देश के बड़े नेताओं की रही पसंद
96 Year Old Shop Closed in Delhi सिर्फ एक दुकान का बंद होना नहीं, बल्कि इतिहास के एक अध्याय का खत्म होना है। अन्नपूर्णा भंडार की मिठाइयों के प्रशंसकों में देश के कई दिग्गज नेता शामिल रहे हैं।
पंडित जवाहरलाल नेहरू,पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ,पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु खास तौर पर 1983 में भारत की विश्व कप जीत के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए यहीं से मिठाइयां मंगवाई थीं, जिससे इस दुकान को ऐतिहासिक पहचान मिली।
96 Year Old Shop Closed in Delhi: किराया विवाद बना बंदी की वजह
पिछले कुछ वर्षों से दुकान मालिक और मकान मालिक के बीच किराये को लेकर विवाद चल रहा था। मकान मालिक की ओर से किराया बढ़ाकर एक से डेढ़ लाख रुपये प्रतिमाह करने की मांग की जा रही थी। मामला अदालत तक पहुंचा और करीब तीन साल की कानूनी प्रक्रिया के बाद अब दुकान को बंद करने का फैसला लेना पड़ा।
96 Year Old Shop Closed in Delhi: 12 लोगों की रोज़ी-रोटी पर संकट
96 Year Old Shop Closed in Delhi का असर सिर्फ कारोबार तक सीमित नहीं है। इस दुकान से जुड़े 12 कर्मचारियों की आजीविका भी खत्म हो जाएगी। इनमें कारीगर और सहायक शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखते हैं। 31 दिसंबर के बाद सभी के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा।
दिल्ली की खानपान विरासत को बड़ा नुकसान
अन्नपूर्णा भंडार का बंद होना दिल्ली की फूड हेरिटेज के लिए भी एक बड़ा झटका माना जा रहा है। दशकों तक त्योहारों, खुशियों और खास मौकों पर दिल्ली के लोग यहीं से मिठाइयां खरीदना पसंद करते थे। यह दुकान सिर्फ कारोबार नहीं, बल्कि भावनाओं और परंपराओं से जुड़ी पहचान बन चुकी थी।