Edited By Ramanjot, Updated: 23 May, 2025 08:13 PM

:बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) द्वारा दिनांक 23 मई 2025 को राजधानी पटना में 'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड’, पटना के गठन हेतु प्रवर्तक सदस्यों का एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया।
पटना:बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) द्वारा दिनांक 23 मई 2025 को राजधानी पटना में 'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड’, पटना के गठन हेतु प्रवर्तक सदस्यों का एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक का उद्देश्य बिहार राज्य में ‘'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड की स्थापना से संबंधित रणनीतियों और योजनाओं पर चर्चा करना था। कार्यक्रम में राज्य के सभी 38 जिलों से चयनित 100 संकुल समितियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक का विधिवत शुभारंभ ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार के सचिव लोकेश कुमार सिंह एवं जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस शुभ अवसर पर दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने 'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड' की अवधारणा, इसके महत्व एवं संभावित प्रभावों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
अपने उद्घाटन संबोधन में सचिव, ग्रामीण विकास विभाग लोकेश कुमार सिंह ने उपस्थित प्रतिनिधियों को ‘'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड’ की कार्यप्रणाली, उद्देश्यों और लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस नई सहकारी व्यवस्था के माध्यम से जीविका दीदियों को उनकी जरूरतों के अनुसार सुलभ एवं त्वरित ऋण की प्राप्ति होगी। यह पहल उन्हें बैंकिंग जटिलताओं से मुक्ति दिलाकर स्वरोजगार एवं आजीविका को सुदृढ़ करने में सहायक सिद्ध होगी। सिंह ने इसे राज्य सरकार की एक दूरदर्शी पहल बताते हुए कहा कि यह योजना महिला समूहों की वित्तीय स्वायत्तता को मजबूत करेगी।
मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि यह सहकारी समिति जीविका दीदियों के लिए उनके ‘अपने बैंक’ के रूप में कार्य करेगी। उन्होंने इसे राज्य सरकार की इच्छाशक्ति का सशक्त प्रतीक बताया। शर्मा ने कहा कि जीविका दीदियों को अब अपने आर्थिक लक्ष्यों को साकार करने के लिए बाहरी वित्तीय संस्थाओं पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, बल्कि वे अपनी ही संस्था के माध्यम से सुलभ ऋण प्राप्त कर सकेंगी। इससे उनकी आत्मनिर्भरता और आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
बैठक में जीविका के वित्तीय समावेशन परियोजना के समन्वयक मुकेश चंद्र, परियोजना प्रबंधक संजय कुमार मिश्रा, राजीव कुमार, सतीश कुमार एवं सहकारिता विभाग के प्रतिनिधि पवन प्रकाश ने ‘'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड’ की कार्यप्रणाली, संस्थागत ढांचे, ऋण वितरण प्रक्रिया और निगरानी प्रणाली के बारे में प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मॉडल देश में महिला केंद्रित वित्तीय समावेशन का एक अभिनव उदाहरण बनेगा। उन्होंने सहभागी प्रतिनिधियों को उनके अधिकारों, कर्तव्यों और भविष्य की भूमिका के लिए भी जागरूक किया।

बैठक के दौरान प्रतिनिधियों के बीच सक्रिय संवाद हुआ, जिसमें उन्होंने जीविका निधि के स्वरूप, संचालन एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु सुझाव भी प्रस्तुत किए। बैठक के दौरान 100 संकुल समिति के प्रतिनिधियों के बीच में से 12 निर्वाचन क्षेत्र से एक-एक प्रतिनिधियों का निर्वाचन प्रबंध समिति के 12 निदेशक के रूप में किया गया। ये 12 प्रतिनिधि अब ‘प्रबंधन समिति’ के निवेशक सदस्य के रूप में कार्य करेंगे, जो ‘'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड’ के रणनीतिक संचालन, निर्णय-निर्माण और निगरानी में मुख्य भूमिका निभाएंगे।
इस निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी, लोकतांत्रिक एवं सहभागी पद्धति से संपन्न किया गया, जिससे प्रतिनिधियों में उत्तरदायित्व की भावना और सहभागिता की प्रतिबद्धता और प्रबल हुई। इन निर्वाचित सदस्यों को अब संगठनात्मक संरचना को मजबूती देने के लिए प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग भी प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने ‘'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड’ की स्थापना को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह संस्था राज्य की लाखों जीविका दीदियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएगी।
'बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड के माध्यम से जीविका दीदियों को अब अपने वित्तीय फैसलों में स्वतंत्रता, जानकारी और सुविधा प्राप्त होगी, जिससे वे सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बन सकेंगी।