Edited By Ramanjot, Updated: 14 May, 2021 08:04 PM
मुस्लिम धर्मगुरु और विद्वान लगातार अपील कर रहे थे कि लोग नमाज अदा करने और मुबारकबाद देने के लिए घरों के बाहर एकत्र न हों तथा घरों में रहकर ही ईद मनाएं। समुदाय के लोगों ने दिशा-निर्देशों का पालन किया और घरों में रहकर ही नमाज अदा की तथा मित्रों और...
पटनाः बिहार में ईद उल फितर का त्योहार शुक्रवार को कोविड-19 महामारी की छाया के बीच मनाया गया। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब लोग ईद के अवसर पर अपने घरों के अंदर बंद रहे।
मुस्लिम धर्मगुरु और विद्वान लगातार अपील कर रहे थे कि लोग नमाज अदा करने और मुबारकबाद देने के लिए घरों के बाहर एकत्र न हों तथा घरों में रहकर ही ईद मनाएं। समुदाय के लोगों ने दिशा-निर्देशों का पालन किया और घरों में रहकर ही नमाज अदा की तथा मित्रों और रिश्तेदारों को फोन पर ही ईद की मुबारकबाद दी। महामारी को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से पटना स्थित विशाल गांधी मैदान सुनसान नजर आया जहां पहले हजारों की संख्या में लोग रमजान का महीना पूरा होने के अवसर पर नमाज अदा करने के लिए जुटते थे।
नीतीश कुमार पहले हर साल लोगों को ईद की बधाई देने के लिए टोपी पहनकर गांधी मैदान पहुंचते थे, लेकिन इस बार उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को बधाई दी। उन्होंने लोगों की कुशलक्षेम की कामना की और घरों में रहकर ही इबादत करने की अपील की। कोविड रोधी लॉकडाउन की वजह से कपड़ों की दुकानें बंद हैं जिसकी वजह से लोग त्योहार के लिए नए कपड़े नहीं खरीद पाए।