Edited By Ramanjot, Updated: 09 Jun, 2024 04:56 PM
![shambhavi chaudhary became the first woman mp of samastipur](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_16_56_102952725shambvi-ll.jpg)
जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्मस्थली समस्तीपुर संसदीय सीट से वर्ष 1957 में पहले आम चुनाव से वर्ष 2019 तक के लोकसभा चुनाव में किसी महिला प्रत्याशी के सर जीत का ताज नहीं सजा था। शांभवी चौधरी ने वर्ष 2024 के आम चुनाव में समस्तीपुर (सु) ने न सिर्फ जीत...
पटना: बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चौधरी ने सस्तीपुर (सु) सुरक्षित पर ‘शांभवी है तो संभव है' जैसे नारों के बीच शानदार जीत के साथ न सिर्फ अपनी सियासी जीवन की शानदार शुरूआत की बल्कि वह इस सीट पर पहली महिला सांसद भी बन गई हैं।
समस्तीपुर से पहली महिला सांसद चुने जाने का गौरव किया हासिल
जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्मस्थली समस्तीपुर संसदीय सीट से वर्ष 1957 में पहले आम चुनाव से वर्ष 2019 तक के लोकसभा चुनाव में किसी महिला प्रत्याशी के सर जीत का ताज नहीं सजा था। शांभवी चौधरी ने वर्ष 2024 के आम चुनाव में समस्तीपुर (सु) ने न सिर्फ जीत हासिल की और सांसद बनीं, साथ ही उन्होंने समस्तीपुर (सु) से पहली महिला सांसद चुने जाने का गौरव भी हासिल कर लिया। समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र पर इस बार मुकाबला कई मायनों में दलिचस्प हो गया था। यहां से नीतीश सरकार के दो मंत्री अशोक चौधरी और महेश्वर हजारी के बच्चे चुनाव मैदान में उतरे थे। एक तरफ जहां नीतीश सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चौधरी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के टिकट पर चुनाव लड़ रही थी, वहीं सूचना जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी इंडिया गठबंधन के घटक कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे।
दो मंत्री के संतान के बीच हुई चुनावी जंग
नीतीश सरकार के दो मंत्री के संतान के बीच चुनावी जंग पर लोगों की नजर थी। शांभवी और सनी दोनों पहली बार चुनावी अखाड़े में उतरे थे। समस्तीपुर (सु) संसदीय संसदीय सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) उम्मीदवार शांभवी चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी सन्नी हजारी को एक लाख 87 हजार 251 मतों के अंतर से पराजित किया और पहली बार सांसद निर्वाचित हुई। समस्तीपुर की पहिला महिला सांसद के साथ ही शांभवी चौधरी इस बार के चुनाव में सबसे कम उम्र की सांसद की लिस्ट में भी शामिल रहीं। पुष्पेंद्र सरोज, प्रिया सरोज, शांभवी चौधरी और संजना जाटव 18वीं लोकसभा में सबसे कम उम्र के सांसद बने हैं। इन चारों सासंदों की उम्र 25 वर्ष है। शांभवी चौधरी को राजनीति विरासत में मिली। उनके पिता अशोक चौधरी बिहार सरकार में मंत्री हैं, जबकि दादा महाबीर चौधरी कई बार विधायक और मंत्री रहे हैं।