Edited By Nitika, Updated: 22 Feb, 2023 08:18 AM
बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा के जदयू छोड़ कर नई पार्टी के गठन की घोषणा के बाद मचे राजनीतिक घमासान के बीच एक बार फिर स्पष्ट किया कि उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा के जदयू छोड़ कर नई पार्टी के गठन की घोषणा के बाद मचे राजनीतिक घमासान के बीच एक बार फिर स्पष्ट किया कि उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
नीतीश कुमार ने मंगलवार को यहां बापू सभागार में चतुर्थ कृषि रोड मैप के सूत्रण के लिए आयोजित ‘किसान समागम' को संबोधित करने के बाद संवाददताओं से बातचीत के दौरान कुशवाहा द्वारा नई पार्टी के गठन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि उसका कोई मतलब नहीं है। यह उनकी इच्छा है। वर्ष 2021 में कुशवाहा हमलोगों के साथ आये और बोले कि अब हम साथ रहेंगे लेकिन उनका अब मन किया तो वो फिर चले गए। उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इस बार वे (कुशवाहा) कह रहे थे कि सब दिन के लिए आप के साथ रहेंगे, मुझे आने दीजिए। यह बात पार्टी के सब लोगों को ठीक नहीं लगती थी, फिर भी हमने लोगों को समझाया। अब इधर हाल में उन्हें क्या हो गया वो जानें।''
कुमार ने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दावेदारी को लेकर कुशवाहा के बयान से संबंधित सवाल पर कहा कि कौन क्या बोलता है, उसे आप समझ ही सकते हैं। यहां वह क्या करने और क्यों आए थे। यहां आने की जरूरत क्या थी। ऐसे ही पब्लिसिटी पाने के लिए कुछ-कुछ बोलते रहना है। उन्होंने कहा, ‘‘हम आप लोगों से आग्रह करेंगे कि यह पब्लिसिटी की चीज नहीं है। हमलोगों को इससे कोई मतलब नहीं है इसलिए हमलोगों से कुछ मत पूछिए। जहां जाना था वह चले गए।''
मुख्यमंत्री ने कुशवाहा से बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष संजय जायसवाल की मुलाकात के सवाल पर कहा कि हमको क्या पता। यह तो आप समझ ही सकते हैं।