Edited By Ramanjot, Updated: 27 Nov, 2020 05:01 PM
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल में विधानसभा चुनाव के दौरान अपने धुर विरोधी लालू प्रसाद पर किए गए हमलों का जवाब उनके बेटे तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा के अंदर दिया।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल में विधानसभा चुनाव के दौरान अपने धुर विरोधी लालू प्रसाद पर किए गए हमलों का जवाब उनके बेटे तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा के अंदर दिया। तेजस्वी ने जदयू प्रमुख के एक भाषण पर गुस्सा जाहिर किया जिसमें उन्होंने राजद सुप्रीमो के बड़े परिवार का जिक्र किया था और इसे प्रसाद द्वारा बेटे की चाहत में परिवार बढ़ाने से जोड़ा था।
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री को जानकारी होगी कि मेरे माता-पिता की सबसे छोटी संतान लड़की है जिसका जन्म दो बेटों के बाद हुआ।'' उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव राज्य विधानसभा के सदस्य हैं और उनकी छोटी बहन राजलक्ष्मी यादव की शादी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के परिवार में हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘अब हम इस तथ्य पर आते हैं कि मुख्यमंत्री को केवल एक बेटा है। हम उनकी ही बात को लेते हैं और कहते हैं कि उन्होंने इस डर से दूसरी संतान पैदा नहीं की कि वह लड़की हो सकती है।''
नवगठित विधानसभा के राज्यपाल के संबोधन पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए तेजस्वी ने कहा कि वह चुनाव के दौरान जहां ‘‘लोगों के मुद्दों'' पर ध्यान केंद्रित करते हैं वहीं सत्तारूढ़ राजग का ध्यान इससे इतर होता है। यादव ने आरोप लगाए, ‘‘मैं नौकरियों की बात करता था और मैं बिहार की जनता के सामने नतमस्तक हूं जिन्होंने हमें वोट दिया और सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने में मदद की। लेकिन विभिन्न जगहों पर तैनात दब्बू अधिकारियों ने धोखाधड़ी कर परिणामों को पलट दिया, जबकि हमें अपने वादों को पूरा करने का अवसर मिल सकता था।''
राजद नेता ने कहा, ‘‘लेकिन हमारे विरोधियों की दूसरी प्राथमिकताएं थीं। प्रधानमंत्री स्तर के व्यक्ति अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।'' वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र कर रहे थे जिन्होंने तेजस्वी के लिए ‘‘जंगलराज का युवराज'' शब्द का इस्तेमाल किया था। यादव ने कहा, ‘‘मैं अपने बड़ों के खिलाफ खराब टिप्पणियां करना पसंद नहीं करता हूं। यह हमारे मूल्यों के खिलाफ जाता है। मैं सम्मानीय मुख्यमंत्री को अपने भाषणों में भी चाचा कहकर बुलाता हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन बात यह है कि क्या एक मुख्यमंत्री को इस तरह की भाषा शोभा देती है।''