Edited By Ramanjot, Updated: 27 Jan, 2022 04:13 PM

इस मामले को सबसे पहले गुरुवार को मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने गलत ठहराया था। वहीं, अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम)...
पटनाः आरआरबी की एनटीपीसी परीक्षा परिणाम को लेकर बिहार में पटना के अभ्यर्थियों के हंगामा मामले में लोकप्रिय शिक्षक खान सर और पांच अन्य शिक्षकों के खिलाफ दर्ज किए मामले ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है।
इस मामले को सबसे पहले गुरुवार को मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने गलत ठहराया था। वहीं, अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने भी खान सर के खिलाफ मामले दर्ज किए जाने को गलत बताया है।
हम सुप्रीमो ने कहा कि जिस तरह से खान सर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उससे स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने पुलिस के काम पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोकप्रिय शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद इस अघोषित आंदोलन और ज्यादा भड़का सकता है। उन्होंने अंदेशा व्यक्त किया कि खान सर के मामले में स्थिति और खराब हो सकती है। इस दौरान उन्होंने अभ्यर्थियों द्वारा किए गए हिंसा और तोड़फोड़ को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि संविधान में हिंसा और तोड़फोड़ का अधिकार किसी को नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलिस को आगाह करने के साथ-साथ सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अब बातों से काम नहीं चलेगा। अब समय आ गया है कि जब सरकार रोजगार के विषय में बात करे नहीं तो हालात इससे भी भयानक हो सकते हैं।