Edited By Khushi, Updated: 12 Sep, 2024 11:20 AM
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा (जेएएसएम) के आह्वान पर बीते बुधवार को आयोजित बंद को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया रही। इस दौरान राज्य में सड़कें अवरुद्ध किए जाने की कुछेक घटनाओं के बारे में सूचना मिली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
रांची: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा (जेएएसएम) के आह्वान पर बीते बुधवार को आयोजित बंद को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया रही। इस दौरान राज्य में सड़कें अवरुद्ध किए जाने की कुछेक घटनाओं के बारे में सूचना मिली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
आंदोलनकारियों की प्रमुख मांगों में झारखंड को अलग राज्य बनाने के आंदोलन में भाग लेने वाले लोगों के लिए एक अलग पहचान, 50,000 रुपये की पेंशन और उनके बच्चों के लिए रोजगार की गारंटी शामिल हैं। मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि हम सभी आंदोलनकारियों ने लड़ाई लड़कर अलग झारखंड राज्य लिया। राज्य के 24 वर्ष होने के बाद भी आंदोलनकारियों को पहचान तक नहीं मिल पायी। जिन उम्मीदों के साथ अलग राज्य का सपना देखा था वो अभी तक पूरा नहीं हुआ। आज पूरे राज्य में भ्रष्टाचार व अन्याय का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि जिस तरह लड़कर अलग राज्य लिया है, उसी प्रकार फिर से आंदोलन कर अपना हक अधिकार लेंगे। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सभी झारखंड आंदोलनकारी बुधवार को सड़क पर उतर कर झारखंड बंद को सफल बनाएंगे। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बोकारो सहित संपूर्ण झारखंड बंद रहेगा। हजारीबाग, पूर्वी सिंहभूम और रांची जैसे क्षेत्रों में सड़कें अवरुद्ध किए जाने की सूचना मिली है। हालांकि, यातायात काफी हद तक अप्रभावित रहा और रांची समेत सभी प्रमुख शहरों में दुकानें और कार्यालय खुले रहे।
झारखंड बस ओनर्स एसोसिएशन (जेबीओए) के अध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह ने कहा कि सड़कें अवरुद्ध किए जाने के कारण कुछ व्यवधानों को छोड़कर सेवाएं सामान्य रूप से जारी हैं। जेएएसएम के संस्थापक व प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने दावा किया कि बंद सफल रहा। उन्होंने कहा कि हजारों आंदोलनकारी अपनी मांगों के समर्थन में सड़कों पर प्रदर्शन किया। वहीं, बता दें कि झारखंड सरकार के उदासीन रवैये के विरोध में आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने बंद का आह्वान किया है।