Edited By Swati Sharma, Updated: 08 May, 2025 06:23 PM
Jamalpur Assembly Seat: जमालपुर विधानसभा सीट मुंगेर जिले के तहत आता है। जमालपुर विधानसभा सीट 1951 से अस्तित्व में है।1951 में इस सीट पर पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट जोगेंद्र महतो ने जीत हासिल की थी। जोगेंद्र महतो ने 1957 के...
Jamalpur Assembly Seat: जमालपुर विधानसभा सीट मुंगेर जिले के तहत आता है। जमालपुर विधानसभा सीट 1951 से अस्तित्व में है।1951 में इस सीट पर पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट जोगेंद्र महतो ने जीत हासिल की थी। जोगेंद्र महतो ने 1957 के चुनाव में भी कांग्रेस की टिकट पर जीत ही हासिल की थी। 1962 में कांग्रेस की टिकट पर योगेंद्र महतो ने विरोधियों को मात दे दिया था तो 1967 में सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट बी.पी.यादव ने कांग्रेस से जीत हासिल की थी। 1969 में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के कैंडिडेट रामबालक सिंह ने सोशलिस्ट पार्टी से जमालपुर सीट छीन लिया। वहीं जमालपुर सीट से पहली बार बीजेपी कैंडिडेट सुरेश कुमार सिंह ने पहली बार 1972 में जीत हासिल की थी। 1977 में सुरेश कुमार सिंह ने जनता पार्टी की टिकट पर जीत हासिल की थी। 1980 के विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी सेकुलर की टिकट पर जमालपुर से उपेंद्र प्रसाद वर्मा ने जीत का परचम लहराया था।
वहीं, 1985 के विधानसभा चुनाव में लोकदल की टिकट पर ही उपेंद्र प्रसाद वर्मा ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1990 में भी जनता दल के कैंडिडेट उपेंद्र प्रसाद वर्मा एक बार फिर जमालपुर से विधायक चुन लिए गए थे। 1995 में भी लोकदल के टिकट पर उपेंद्र प्रसाद वर्मा ने फिर से जमालपुर की जनता का भरोसा जीत हासिल किया था। वहीं 2000 के विधानसभा चुनाव में भी उपेंद्र प्रसाद वर्मा ने एक बार फिर जीत हासिल किया था, लेकिन इस बार वर्मा ने आरजेडी के टिकट पर जमालपुर में जीत हासिल किया था। 2005 में जमालपुर में जेडीयू कैंडिडेट शैलेश कुमार ने उपेंद्र प्रसाद वर्मा का वर्चस्व तोड़ दिया था। शैलेश कुमार ने जेडीयू की टिकट पर ही 2010 और 2015 में जमालपुर में एक के बाद एक कर लगातार जीत हासिल की थी, लेकिन 2020 में कांग्रेसी उम्मीदवार अजय कुमार सिंह ने यहां बाजी पलट दी थी।
Jamalpur Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट अजय कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। अजय कुमार सिंह को 57 हजार एक सौ 96 वोट मिला था....तो जेडीयू उम्मीदवार शैलेश कुमार 52 हजार सात सौ 64 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अजय कुमार सिंह ने शैलेश कुमार को चार हजार चार सौ 32 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट दुर्गेश कुमार सिंह 14 हजार छह सौ 43 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Jamalpur Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में जमालपुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट शैलेश कुमार ने जीत हासिल किया था। शैलेश कुमार को 67 हजार दो सौ 73 वोट हासिल किया था। लोजपा कैंडिडेट हिमांशु कुंवर को 51 हजार सात सौ 97 वोट मिल पाए थे। इस तरह से शैलेश कुमार ने हिमांशु कुंवर को 15 हजार चार सौ 76 वोट से हरा दिया था। वहीं 8 हजार दो सौ 28 कुमार वोट के साथ संजय कुमार सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे।

Jamalpur Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में जमालपुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट शैलेश कुमार ने जीत हासिल की थी। शैलेश कुमार ने 48 हजार तीन सौ 37 वोट मिला था तो लोजपा कैंडिडेट साधना देवी को 27 हजार एक सौ 95 वोट मिले थे। इस तरह से शैलेश कुमार ने साधना देवी को 21 हजार एक सौ 42 वोट से हरा दिया था। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट धनराज सिंह ने 11 हजार नौ सौ 54 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

Jamalpur Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में जमालपुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट शैलेश कुमार ने जीत हासिल की थी। शैलेश कुमार को 52 हजार छह सौ 82 वोट मिला था। जबकि आरजेडी कैंडिडेट उपेंद्र प्रसाद वर्मा को 19 हजार नौ सौ 76 वोट मिला था। इस तरह से शैलेश कुमार ने उपेंद्र प्रसाद वर्मा को 32 हजार सात सौ छह वोट के मार्जिन से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट साधना देवी ने 10 हजार दो सौ 73 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

जमालपुर विधानसभा सीट के चुनावी नतीजे को तय करने में यादव वोटरों की अहम भूमिका है। इसके अलावा पासवान, राजपूत, रविदास, ब्राह्मण, कोइरी और भूमिहार वोटरों की संख्या अच्छी खासी है। 2020 के विधानसभा चुनाव में जमालपुर में कांग्रेसी कैंडिडेट अजय कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी, लेकिन अजय कुमार सिंह की जीत में लोजपा कैंडिडेट को मिले 14 हजार से ज्यादा वोट की अहम भूमिका रही थी। 2025 में होने वाले चुनाव में चिराग पासवान एनडीए का हिस्सा हैं। अगर चिराग पासवान ने अपने हिस्से का वोट जेडीयू को ट्रांसफर कर दिया तो फिर कांग्रेस के हाथ से जमालपुर की सीट निकल जाएगी।