Edited By Swati Sharma, Updated: 24 Jul, 2024 11:32 AM
आम बजट में बिहार को मिले 'स्पेशल पैकेज' पर भाकपा-माले के एमएलए महबूब आलम ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पिछले बीस सालों से तमाम राजनीतिक दल बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाते रहे हैं। इसके बीच में जब नीतीश कुमार की...
पटनाः आम बजट में बिहार को मिले 'स्पेशल पैकेज' पर भाकपा-माले के एमएलए महबूब आलम ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पिछले बीस सालों से तमाम राजनीतिक दल बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाते रहे हैं। इसके बीच में जब नीतीश कुमार की सरकार आई, नीतीश कुमार ने भी बिहार की जनता को गुमराह करने के लिए, खुद को चैंपियन बनाने के लिए बिहार को विशेष राज्य का मुद्दा बार-बार उठाया।
'बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए'
महबूब आलम ने कहा कि नीतीश कुमार ने लगातार जनता को बरगलाने की कोशिश की। बिहार की जनता का भरोसा और विश्वास रहा कि वह प्रधानमंत्री से मिलकर विशेष रूप से विशेष राज्य का दर्जा लेकर ही छोड़ेंगे। लेकिन आज पैकेज का झुनझुना थमा करके नीतीश कुमार के मंत्री उनके तारीफ के पुल बांध रहे हैं। महबूब आलम ने कहा कि बिहार में उद्योग धंधे नहीं है। डालमियानगर, सिंदरी, बरौनी तमाम उद्योग बंद हो गए। अभी भी हिंदुस्तान के 11 राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा है। जिसमें असम भी है। ब्रह्मपुत्र नदी की विभीषिका आपको दिखती है, लेकिन कोशी, गंडक, महानंदा और पुनपुन की विभीषिका आपको नहीं दिखती। तमाम उद्योग बंद हो गए। बिहार के करीब दो करोड़ मज़दूर को पलायन करना पड़ता है। पूरे देश में मजदूर की पारिश्रमिक, उसका रेट घटाने का इल्जाम बिहार की जनता और मजदूरों पर लगता है। ऐसे हालात में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। जो संविधान के आर्टिकल के अनुकूल है।
'इनके दोहरी चरित्र को करेंगे उजागर'
महबूब आलम ने कहा कि यह पैकेज कोई संविधान के अनुकूल नहीं है। मन हुआ तो दिया, मन हुआ तो नहीं दिया। इसलिए बिहार की जनता किसी के रहम पर जीने के लिए तैयार नहीं है। आने वाले दिन में हम लोग बड़ी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। नीतीश कुमार अभी भी होश संभालिए। जनता ने जो साथ दिया उसका विश्वासघात मत कीजिए। जब तक विशेष राज्य का दर्जा बिहार को नहीं मिलेगा हम लोग नाक में दम कर देंगे। इनके दोहरी चरित्र को उजागर करेंगे। अभी भी वक्त है। बिहार की जनता से नीतीश कुमार माफी मांगे और एनडीए के साथ जो गठबंधन है उसे स्पष्ट करें। कौन सा आपका नापाक गठबंधन है? आप प्रशासन का पैर पकड़ते हैं। आप नरेंद्र मोदी का पैर पकड़ के भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिलवा पाए, आपकी जमीर कहां मर गई? आपको बिहार की जनता को जवाब देना होगा और अगर आप जनता को जवाब नहीं देंगे तो बिहार की जनता आपसे जवाब लेगी। गली से लेकर सड़क तक लड़ाई लड़ी जाएगी।