Edited By Ajay kumar, Updated: 10 Aug, 2020 08:59 PM
विरोधियों के दसवीं पास शिक्षा मंत्री कहे जाने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इंटर की पढ़ाई पूरी करने की ठान ली है। इसी को लेकर आज राज्य के शिक्षा मंत्री ने नावाडीह के देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय में आट्र्स में 11वीं में अपना...
बोकारो: विरोधियों के दसवीं पास शिक्षा मंत्री कहे जाने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इंटर की पढ़ाई पूरी करने की ठान ली है। इसी को लेकर आज राज्य के शिक्षा मंत्री ने नावाडीह के देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय में आट्र्स में 11वीं में अपना नामांकन करवाया है।
इस दौरान खुद शिक्षा मंत्री ने काउंटर में खड़े होकर छात्रों के साथ कागजात को जमा करते हुए दाखिला लिया। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने बताया कि उन्होंने 1995 में मैट्रिक की परीक्षा सेकंड डिवीजन से पास की थी। उसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। लेकिन जब वे राज्य के शिक्षा मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किए,उसके बाद विपक्षी नेताओं ने तंज कसते हुए हुए दसवीं पास शिक्षा मंत्री कहने लगे।
उन्होंने बताया कि उसके बाद उन्होंने इसको चुनौती के रूप में लेते हुए विपक्षी नेताओं को करारा जवाब देने के उद्देश्य 11वीं में पढऩे के लिए एडमिशन लिया है। उन्होंने कहा कि वे खुद भी पढ़ेंगे और बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का भी काम करेंगे । शिक्षा ग्रहण करने की कोई उम्र सीमा नहीं होती है। हम अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए पढ़ाई को भी मुकाम तक पहुंचाने का काम करेंगे।
उन्होंने बताया कि राज्य में 4116 विद्यालयों को मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से फाइल में दस्तखत कर दिया है। कोई भी छात्र पैसे के अभाव में पढ़ाई नहीं छोड़े इसी उद्देश्य से हमने राज्य के टॉपर छात्रों को राशि देने की बात कही है।