Edited By Ramanjot, Updated: 08 Jun, 2025 02:59 PM

सम्राट चौधरी ने शनिवार को कहा, ‘‘जो हारता है, वही ऐसी बात करता है। असल में मैच फिक्सिंग तो कांग्रेस के शासन काल में होती थी, जब मुख्य चुनाव आयुक्तों के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद सत्तारूढ दल के प्रति वफादारी का पुरस्कार तुरंत दिया जाता था।''...
Samrat Choudhary: बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने कांग्रेस नता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग' के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि असली फिक्सिंग तो कांग्रेस राज में होती थी और इसके लिए चुनाव आयुक्तों को पुरस्कार दिया जाता था।
‘जो हारता है, वही ऐसी बात करता है"
सम्राट चौधरी ने शनिवार को कहा, ‘‘जो हारता है, वही ऐसी बात करता है। असल में मैच फिक्सिंग तो कांग्रेस के शासन काल में होती थी, जब मुख्य चुनाव आयुक्तों के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद सत्तारूढ दल के प्रति वफादारी का पुरस्कार तुरंत दिया जाता था।'' उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बताएं कि वर्ष 1967 से 2009 तक कांग्रेस राज में जो सात चुनाव आयुक्त हुए, उनमें से दो पूर्व चुनाव आयुक्तों को राज्यपाल, तीन को पद्म विभूषण और एक को केंद्रीय मंत्री बनाना क्या मैच फिक्सिंग का पुरस्कार था।
"बिहार में कांग्रेस गठबंधन का सूपड़ा साफ होने वाला"
भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से पूछना चाहिए कि बिहार में उनके राज में मतपेटी से राजद का जिन्न कैसे निकलता था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन को जहां जनता नकार देती है, वहां वे मैच फिक्सिंग का रोना रोते हैं और चुनाव आयोग पर अनर्गल आरोप लगाते हैं। वे अपने विजय को ‘लोकतंत्र की जीत' और अपनी हार को मैच फिक्सिंग बताकर धोखा देते हैं। चौधरी ने कहा कि इस बार की यात्रा में राहुल गांधी ने स्वीकार कर लिया कि बिहार में कांग्रेस गठबंधन का सूपड़ा साफ होने वाला है इसलिए मुंह छुपाने के लिए अभी से मैच फिक्सिंग का फर्जी नरेटिव बना रहे हैं।