Edited By Swati Sharma, Updated: 18 Apr, 2025 04:07 PM

Bihar Politics: बिहार जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा (Umesh Singh Kushwaha) ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सुशासन आधारित नीति...
Bihar Politics: बिहार जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा (Umesh Singh Kushwaha) ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सुशासन आधारित नीति के सामने विपक्षी दलों का स्वार्थ आधारित गठबंधन पूरी तरह से धराशायी होगा।
महागठबंधन के पास न तो कोई सशक्त नेतृत्व है, न...- Umesh Kushwaha
उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि महागठबंधन के पास न तो कोई सशक्त नेतृत्व है, न ही कोई स्पष्ट नीति, और न ही जनहित को लेकर कोई ठोस विजन। विपक्षी गठबंधन महज सत्ता की लालसा में बना अवसरवादी गठजोड़ है, जिसकी ज़मीनी हकीकत में न कोई तालमेल है, न समन्वय। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जहां एक ओर राजग गठबंधन जिला सम्मेलनों के माध्यम से बूथ स्तर तक अपने सभी घटक दलों के कार्यकर्ताओं को एकसूत्र में बांधने का कार्य कर चुका है, वहीं महागठबंधन आंतरिक खींचतान में उलझा पड़ा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस (Congress) के बीच सिरफुटौवल की स्थिति बनी हुई है, जहां दोनों दल एक-दूसरे को ‘लंगड़ी' लगाकर गिराने को आतुर हैं।
बिहार की राजनीति अब पूरी तरह एनडीए-मय...- Umesh Kushwaha
कुशवाहा (Umesh Kushwaha) ने कहा कि बिहार की राजनीति अब पूरी तरह एनडीए-मय हो चुकी है और आगामी विधानसभा चुनाव में राजग गठबंधन 225 से अधिक सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा। इसकी प्रमुख वजह है बीते 19 वर्षों का स्थाई और प्रमाणिक सुशासन, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करिश्माई नेतृत्व की अपराजेय जोड़ी। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद और कांग्रेस जैसी राजनीतिक पार्टियां आज भी परिवारवाद और भ्रष्टाचार के गहरे दलदल में फंसी हुई हैं। बिहार की जनता ने उन्हें कई बार सत्ता का अवसर दिया, लेकिन हर बार इन्होंने शासन को निजी स्वार्थ और परिवार विशेष के हितों तक सीमित रखा। इसके विपरीत, हमारे नेता नीतीश कुमार ने पूरे प्रदेश की 14 करोड़ जनता को अपना परिवार माना है और जनसेवा को ही अपना धर्म बनाते हुए सुशासन के क्षेत्र में अनेक नए मानदंड स्थापित किए हैं।