Edited By Swati Sharma, Updated: 20 Aug, 2024 03:58 PM
बिहार सरकार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने मदरसों में दी जाने वाली शिक्षा पर उठ रहे सवाल पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मदरसा में जो गतिविधियां होती है, वह सही नहीं होती है। मैं पहले से यह बात कहते आ रहा हूं,...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार सरकार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने मदरसों में दी जाने वाली शिक्षा पर उठ रहे सवाल पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मदरसा में जो गतिविधियां होती है, वह सही नहीं होती है, मैं पहले से यह बात कहते आ रहा हूं। देश के खिलाफ भड़काने को लेकर मदरसा में गलत शिक्षा दी जाती है।
"शिक्षा में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए"
नीरज कुमार बबलू ने कहा कि मदरसा में जो शिक्षा दी जा रही है, उसकी जांच होनी चाहिए। मदरसा में सिर्फ एक धर्म के बच्चे क्यों पड़ेंगे? सभी धर्म के बच्चे क्यों नहीं पढ़ सकते हैं? शिक्षा में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। सभी धर्म और सभी जाति के बच्चों को कहीं भी शिक्षा देने का काम होना चाहिए। मदरसा में अगर पाकिस्तान का सिलेबस पढ़ाया जा रहा है तो यह चिंता का विषय है। इस पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। बीजेपी के सहयोगी चिराग पासवान और जीतन राम मांझी ने सरकारी नियुक्तियों के लिए किसी भी पहल की कड़ी आलोचना की है, जो आरक्षण के सिद्धांतों के खिलाफ हैं। इस पर नीरज बबलू ने कहा कि हमारे सहयोगी दल के नेता अपनी बात रख रहे हैं, उनकी बातों पर विचार किया जाएगा।
"तेजस्वी यादव बेरोजगार हो चुके"
तेजस्वी यादव के द्वारा लेटरल एंट्री पर केंद्र सरकार को घेरने पर मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा कि तेजस्वी यादव बेरोजगार हो चुके हैं। जनता ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया है। अनाप-शनाप बयानबाजी तेजस्वी यादव कर रहे हैं। जब विधानसभा चलता है तो सदन में आते नहीं है, सरकार से सवाल पूछने के लिए। उन्होंने कहा कि वह जनता को भड़काने के लिए बयान दे रहे हैं। जनता ने उन्हें विधानसभा भेजा है काम करने के लिए, मगर वह विधानसभा नहीं जाएंगे जनता का सवाल पूछने। जब सत्ता में रहते हैं तो लूट करने से फुर्सत नहीं मिलती है, उस समय जनता के बीच क्यों नहीं जाते हैं? धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले इन लोगों ने बिहार को गर्त में ले जाने का काम किया है। बता दें कि एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बिहार सरकार द्वारा वित्त पोषित मदरसों में कट्टरपंथी पाठ्यक्रम पढ़ाए जाने को लेकर चिंता जाहिर की है। इसके अलावा मदरसों में पाकिस्तान की किताबें पढ़ाई जाने की बात भी सामने रही है।