Edited By Ramanjot, Updated: 13 May, 2025 06:20 PM
#Parbattaassemblyseat #BiharElection2025
वहीं 1977 में निर्दलीय कैंडिडेट नईम अख्तर ने परबत्ता में सभी विरोधियों को शिकस्त देने में कामयाबी हासिल की थी। 1980 और 1985 में परबत्ता सीट से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर रामचंद्रा मिश्रा ने जीत...
Parbatta Assembly Seat: परबत्ता विधानसभा सीट खगड़िया लोकसभा (Khagaria Lok Sabha) के तहत आता है।1951 में परबत्ता सीट अस्तित्व में आई थी। 1951 और 1952 में परबत्ता सीट (Parbatta Assembly Seat) से सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट कुमार त्रिवेणी कुमार ने जीत हासिल की थी। वहीं 1957 और 1962 के चुनाव में परबत्ता सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट लक्ष्मी देवी ने आम जनता का भरोसा जीतने में कामयाबी हासिल की थी। 1964 के उपचुनाव में परबत्ता सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट एस सी मिश्रा ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। वहीं 1967 के विधानसभा चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर सतीश प्रसाद सिंह ने जीत हासिल किया था। कांग्रेसी कैंडिडेट ने 1969 में जगदंब प्रसाद मंडल ने चुनाव में जीत हासिल किया था। 1972 में कांग्रेसी कैंडिडेट शिवाकांत मिश्रा ने परबत्ता सीट से विधानसभा चुनाव जीत लिया था।

वहीं 1977 में निर्दलीय कैंडिडेट नईम अख्तर ने परबत्ता में सभी विरोधियों को शिकस्त देने में कामयाबी हासिल की थी। 1980 और 1985 में परबत्ता सीट से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर रामचंद्रा मिश्रा ने जीत हासिल किया था। वहीं 1990 और 1995 में जनता दल की टिकट पर विद्यासागर निषाद ने विधानसभा चुनाव में परबत्ता सीट से जीत हासिल किया था। 2000 में आरजेडी कैंडिडेट राकेश कुमार ने परबत्ता सीट पर विरोधियों को मात दे दिया था। 2005 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने परबत्ता सीट (Parbatta Assembly Seat) पर जीत का परचम लहरा दिया था। 2010 में परबत्ता सीट से सम्राट चौधरी उर्फ राकेश कुमार ने आरजेडी की टिकट पर जीत हासिल किया था। वहीं 2014 के उपचुनाव और 2015 के चुनाव में जेडीयू कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। वहीं 2020 में जेडीयू कैंडिडेट डॉक्टर संजीव कुमार ने विरोधियों को मात दिया था।
Parbatta Assembly Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के चुनाव में परबत्ता सीट पर जेडीयू उम्मीदवार संजीव कुमार ने जीत हासिल की थी। संजीव कुमार को 77 हजार दो सौ 26 वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट दिगंबर प्रसाद तिवारी 76 हजार दो सौ 75 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से संजीव कुमार ने दिगंबर प्रसाद तिवारी को महज नौ सौ 51 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट आदित्य कुमार 11 हजार पांच सौ 76 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Parbatta Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में परबत्ता सीट (Parbatta Assembly Seat) से जेडीयू कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी। रामानंद प्रसाद सिंह को 76 हजार दो सौ 48 वोट मिला था तो बीजेपी कैंडिडेट रामानुज चौधरी को 47 हजार तीन सौ 24 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रामानंद प्रसाद सिंह ने रामानुज चौधरी को 28 हजार नौ सौ 24 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप कैंडिडेट सुहेली मेहता, 23 हजार एक सौ 37 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं।

Parbatta Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में परबत्ता सीट (Parbatta Assembly Seat) पर आरजेडी कैंडिडेट सम्राट चौधरी ने जीत हासिल की थी। सम्राट चौधरी को 60 हजार चार सौ 28 वोट मिला था तो जेडीयू कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने 59 हजार छह सौ 20 वोट ही मिला था। इस तरह से सम्राट चौधरी ने रामानंद प्रसाद सिंह को महज आठ सौ आठ वोट के मार्जिन से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट नरेश प्रसाद बादल 10 हजार तीन सौ 85 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Parbatta Assembly Seat Result 2005 ।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में परबत्ता सीट (Parbatta Assembly Seat) से जेडीयू कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी। रामानंद प्रसाद सिंह को 45 हजार छह सौ 84 वोट मिला था तो निर्दलीय कैंडिडेट राजेश कुमार को 41 हजार पांच सौ 39 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रामानंद प्रसाद सिंह ने राजेश कुमार को 4 हजार एक सौ 45 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट परमानंद चौधरी, 4 हजार 4 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

परबत्ता विधानसभा सीट पर भूमिहार,यादव,कोइरी और मुस्लिम वोटरों की संख्या निर्णायक है। पिछली बार जेडीयू उम्मीदवार संजीव कुमार बहुत कम मार्जिन से चुनाव जीते थे लेकिन पिछले दिनों संजीव कुमार ने खगड़िया से लोजपा सांसद राजेश वर्मा के खिलाफ बहुत विवादित बयान दिया था। इसलिए इस चुनाव में संजीव कुमार को लोजपा समर्थक वोटरों का नुकसान हो सकता है।