Edited By Nitika, Updated: 27 May, 2022 01:16 PM
बिहार में 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने में महज 5 दिन बचे हैं, लेकिन सत्तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) ने दूसरे उम्मीदवार को अंतिम रूप देना बाकी है।
पटनाः बिहार में 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने में महज 5 दिन बचे हैं, लेकिन सत्तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) ने दूसरे उम्मीदवार को अंतिम रूप देना बाकी है। वहीं नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 मई है।
उम्मीदवार के चयन के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाब दिया: "रुको, आपको इसके बारे में जानकारी मिल जाएगी।" वहीं गुरुवार शाम केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री आवास पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह की मौजूदगी में 45 मिनट तक नीतीश कुमार से मुलाकात की। बैठक खत्म होने के बाद नीतीश कुमार और ललन सिंह राज्य के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के बेटे के विवाह समारोह में गए, जबकि आरसीपी सिंह ने मीडिया को कोई बयान नहीं दिया।
आरसीपी सिंह को बीजेपी का हमदर्द माना जाता है, शायद यही वजह है कि नीतीश कुमार उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाना चाहेंगे। आरसीपी सिंह की स्थिति सुशील कुमार मोदी की तरह है, जो भाजपा से हैं लेकिन नीतीश कुमार के करीबी थे। नीतीश कुमार के साथ मोदी की निकटता के कारण, भाजपा ने कथित तौर पर उन्हें दरकिनार कर दिया और लंबे समय तक बिहार के वित्त मंत्री के रूप में सेवा करने के बावजूद केंद्रीय मंत्रिमंडल में कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी।