Edited By Swati Sharma, Updated: 21 Sep, 2024 12:31 PM
बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है, लेकिन वास्तविकता यह है कि राज्य में आज भी धड़ल्ले से शराब का अवैध कारोबार हो रहा है। कहीं चोरी चुपके शराब बेची जा रही है तो कहीं इसे बनाने के लिए अवैध फैक्ट्री भी चल रही है। ताजा मामला सारण जिले से सामने आया है,...
छपरा: बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है, लेकिन वास्तविकता यह है कि राज्य में आज भी धड़ल्ले से शराब का अवैध कारोबार हो रहा है। कहीं चोरी चुपके शराब बेची जा रही है तो कहीं इसे बनाने के लिए अवैध फैक्ट्री भी चल रही है। ताजा मामला सारण जिले से सामने आया है, जहां परसा, मांझी और जनता बाजार थाना क्षेत्र में पुलिस ने भारी मात्रा में देशी शराब बरामद करने के साथ ही कई कारोबारियों को गिरफ्तार किया है।
गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई
सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने शुक्रवार को बताया कि परसा थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के एक बांसवाड़ी में छापेमारी कर मनोज मांझी, विजय मांझी, छोटेलाल मांझी उर्फ घोटेलाल मांझी को 20 लीटर देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया। इधर, मांझी थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दुर्गापुर गांव में शराब कारोबारी 20 लीटर देशी शराब के साथ एकमा थाना क्षेत्र के एकमा चक्की गांव निवासी सुशील कुमार को गिरफ्तार किया है।
सभी भेजे गए जेल
वहीं, जनता बाजार थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के शोमिपुर में 40 लीटर देशी शराब बरामद किया। हालांकि, छापेमारी की सूचना मिलने पर कारोबारी पहले ही भाग निकला था। वहां से वापस लौटने के क्रम में थाना पुलिस ने एक संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार की मोटरसाइकिल रोक कर जब जांच की तो उसके बैग से 10 लीटर देशी शराब बरामद करने के साथ ही थाना क्षेत्र के शम्भू छपरा गांव निवासी अनिल चौहान को मोटरसाइकिल सहित गिरफ्तार कर लिया। सभी पकड़े गए अभियुक्त पर धारा 30 (ए) बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।