Edited By Ramanjot, Updated: 02 Dec, 2024 02:48 PM
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि राज्य में लगभग चार सौ से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं, और बिहार में बाहरी पक्षी भी आते हैं। इन सभी पक्षियों की गणना विभाग के द्वारा की जाएगी। यह पहल 2022 से राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है, और आगामी...
बिहार डेस्क: बिहार में एशियन वॉटरबर्ड सेंसस 2025 कार्यशाला का आयोजन आज अरन्य भवन में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने किया। इस दौरान मंत्री ने बताया कि राज्य में पाई जाने वाली पक्षियों की प्रजातियां की गणना की जाएगी।
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि राज्य में लगभग चार सौ से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं, और बिहार में बाहरी पक्षी भी आते हैं। इन सभी पक्षियों की गणना विभाग के द्वारा की जाएगी। यह पहल 2022 से राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है, और आगामी सेंसस में पक्षियों की प्रजातियों की विस्तृत गणना की जाएगी।
मंत्री ने कहा कि इससे राज्य के पक्षी विज्ञान और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।