Edited By Ramanjot, Updated: 07 Dec, 2025 08:15 PM

आधार लिंकिंग जांच ने बड़ा भांडाफोड़ किया है। अरेराज, हरसिद्धि, पहाड़पुर और संग्रामपुर – इन चार प्रखंडों में करीब 11,000 ऐसे राशन कार्ड धारक पकड़े गए जो असल में अमीर हैं, लेकिन सालों से गरीबों की मुफ्त राशन योजना का फायदा उठा रहे थे।
मोतिहारी (पूर्वी चंपारण): आधार लिंकिंग जांच ने बड़ा भांडाफोड़ किया है। अरेराज, हरसिद्धि, पहाड़पुर और संग्रामपुर – इन चार प्रखंडों में करीब 11,000 ऐसे राशन कार्ड धारक पकड़े गए जो असल में अमीर हैं, लेकिन सालों से गरीबों की मुफ्त राशन योजना का फायदा उठा रहे थे। इनमें लाखों-करोड़ों का इनकम टैक्स भरने वाले, चार पहिया लग्जरी गाड़ी वाले, कई शहरों में प्रॉपर्टी के मालिक और बड़े-बड़े बिजनेसमैन शामिल हैं।
अमीरों की “गरीबी” हुई बेनकाब
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षा विभाग की आधार-लिंक जांच में सामने आया कि:
- कई लोग 5–10 लाख तक सालाना ITR फाइल करते हैं
- नामी-ब्रांडेड SUV और सेडान कार के मालिक हैं
- पटना, रांची, दिल्ली तक में करोड़ों की जमीन-मकान हैं
फिर भी ये लोग हर महीने 5 किलो मुफ्त चावल-गेहूं उठवा रहे थे।
11,000 राशन कार्ड पर तलवार
विभाग ने पूरी लिस्ट अनुमंडल पदाधिकारी को भेज दी है। अब इन सभी अपात्र राशन कार्डों को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
- सबसे पहले नोटिस जारी किए जा रहे हैं
- पहले चरण में खुद सरेंडर करने वालों से सिर्फ कार्ड लिया गया था, रिकवरी नहीं की गई थी
- लेकिन सिर्फ 300 लोगों ने ही कार्ड जमा किया, बाकी ने अभी तक सरेंडर नही किया है
अब सख्ती होगी – जबरन रद्दीकरण और पहले उठाए गए राशन की रिकवरी भी हो सकती है।
SDO ने दी चेतावनी: “अमीरों का खेल खत्म, असली गरीब को मिलेगा हक”
अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार ने साफ कहा, “आधार जांच से बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। 11 हजार अपात्र लोगों को नोटिस जा रहा है। जिन्होंने सरेंडर नहीं किया, उनका कार्ड जबरन रद्द होगा। साथ ही, जितने भी असली गरीब-आसहाय छूट गए हैं, उन्हें नया राशन कार्ड बनवाकर जोड़ा जाएगा।”