Edited By Nitika, Updated: 23 Nov, 2020 11:34 AM
बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने अपना पदभार ग्रहण करने के कुछ देर बाद ही इस्तीफा दे दिया। मेवालाल पर नियुक्ति के मामले में घोटाले का आरोप है।
भागलपुरः बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने अपना पदभार ग्रहण करने के कुछ देर बाद ही इस्तीफा दे दिया। मेवालाल पर नियुक्ति के मामले में घोटाले का आरोप है। राजद नेता तेजस्वी यादव सहित अन्य विपक्षी दल लगातार उन पर हमले कर रहे थे। वहीं इसके बावजूद भी मेवालाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उन पर आरोप पत्र गठित करने की तैयारी चल रही है।
दरअसल, बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर के पूर्व कुलपति डॉ. मेवालाल चौधरी पर आरोप पत्र गठित करने की तैयारी चल रही है। सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति घोटाला में मेवालाल मुख्य आरोपी हैं। उनके साथ-साथ विश्वविद्यालय के पदाधिकारी डॉ. एमके वाधवानी सहित कई अन्य लोगों पर भी चार्जशीट दाखिल हो सकती है। इस मामले में पुलिस प्रशासन ने विश्वविद्यालय को जानकारी दे दी है। मामले में अमित कुमार और राजभवन वर्मा पर पहले ही आरोप पत्र गठित हो गया है। इतना ही नहीं गिरफ्तारी के बाद वह जेल भी भेजे गए थे।
वहीं बीएयू मामले के पूर्व अनुसंधानकर्ता डीएसपी रमेश कुमार ने उस समय स्पष्ट कर दिया था कि मामले में 2 दर्जन से अधिक आरोपितों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। इसमें चयन कमेटी और स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य शामिल हैं। एसएसपी को रिपोर्ट सौंपने से पहले ही उनका ट्रांसफर हो गया। इसके बाद मामला निगरानी विभाग में स्थानांतरित हो गया। इसके बाद से मामला उजागर नहीं हुआ था लेकिन अब विपक्ष के मेवालाल पर हमलावर होने के बाद से मामला सामने आया। बता दें कि मेवालाल चौधरी के अतिरिक्त फर्जी तरीके से नियुक्त हुए सहायक प्राध्यापकों की नौकरी पर भी खतरा मंडराने लगा है।